तत्काल के नाम पर दोहरी मार

-मिर्जापुर की दूरी 90 और आगरा की दूरी है 453 किलोमीटर होने के बाद भी तत्काल का बेस फेयर एक

-तत्काल के लिए मिनिमम डिस्टेंड 500 किलोमीटर फिक्स करके यात्रियों को दिया बड़ा झटका

ALLAHABAD: इमरजेंसी सुविधा उपलब्ध कराने के नाम पर रेलवे ने पैसेंजर्स को बड़ा झटका दिया है। खेल बेस फेयर और डिस्टेंस के नाम पर किया गया है। यानी पब्लिक को पता ही नहीं और उनकी जेब से मोटी रकम निकालने का इंतजाम कर लिया गया। इसका नतीजा यह है कि 90 किलोमीटर की दूरी वाले शहर मिर्जापुर या क्ख्0 किलोमीटर दूरी वाले शहर वाराणसी जाने के लिए तत्काल का जो किराया निर्धारित है वही किराया करीब साढ़े चार सौ किलोमीटर दूर स्थित शहर आगरा जाने वाले पैसेंजर को भी पे करना होगा। खास बात यह है कि यह वृद्धि रेलवे के उस क्ब् फीसदी किराया बढ़ोतरी से इतर है जो पिछले महीने बढ़ाया गया था।

तत्काल का मिसयूज बंद हो

रेलवे सूत्रों का कहना है कि यह तब्दीली इसलिए की गई है ताकि तत्काल का फायदा लम्बी दूरी के पैसेंजर्स को मिले। अब लम्बी दूरी के तत्काल टिकट में होने वाला खेल पर भी थोड़ी सी चर्चा कर लेते हैं। पिछले दिनों आई नेक्स्ट ने बड़ा खुलासा करते हुए बताया था कि इलाहाबाद से मुबई रूट पर जून में जबरदस्त रश रहता है। तत्काल ही पब्लिक का बड़ा सहारा होता है। आई नेक्स्ट ने स्टिंग के जरिए खुलासा किया था कि इलाहाबाद, भदोही, वाराणसी, गोरखपुर और आजमगढ़ जैसे शहरों से यात्रा शुरू करने वाले पैसेंजर्स के टिकट गुजरात के स्टेशन नवसारी और महाराष्ट्र के स्टेशनों से बनते थे। टिकट के खिलाड़ी पीआरएस टिकट की डिटेल एसएमएस में कन्वर्ट करके पैसेंजर्स को भेज देते थे। आई नेक्स्ट ने यह भी बताया था कि फ्लाइट से भी टिकट लेकर बंदा नवसारी से चलें तब भी भदोही में जर्नी शुरू करने वाले पैसेंजर तक ट्रेन छूटने से पहले नहीं पहुंच सकता। तभी से तत्काल टिकट के लिए लिमिट फिक्स्ड करने की मांग उठी थी। लेकिन, इसकी चपेट में आ गए छोटी दूरी तक यात्रा करने वाले।

आई नेक्स्ट ने किया रियलिटी चेक

पैसेंजर्स की शिकायत पर आई नेक्स्ट ने सैटरडे को खुद रियलिटी चेक किया तो पता चला कि शिकायत सही है। रेलवे की साइट पर तत्काल कोटा से इलाहाबाद से लखनऊ, कानुपर, मिर्जापुर, वाराणसी, फतेहपुर, सतना, रीवां, मुगलसराय, पटना, गोरखपुर, आगरा, झांसी का किराया चेक किया तो पता चला कि सभी स्थानों का फेयर एक बराबर यानी फ्7भ् रुपया ही है। इसमें ख्म्क् रुपए बेस फेयर, ख्0 रुपये रिजर्वेशन चार्ज और 90 रुपए तत्काल चार्ज शामिल है। कुछ ट्रेनों में फ्0 रुपए सुपर फास्ट चार्ज अलग से जोड़ा गया है।

सिर्फ अपनी जेब भरने में लगा रेलवे

सबसे हेवी ट्रैफिक लोड कवर्ड करने वाला रेलवे फिलहाल पब्लिक की जेब से ज्यादा से ज्यादा रुपए निकालने के जतन में लगा हुआ है। इसका ताजा उदाहरण डिस्टेंस फिक्स्ड किया जाना है। बता दें कि पहले यह दूरी ख्भ्0 किलोमीटर थी। इसे इस बार बढ़ाकर पांच सौ किलोमीटर कर दिया गया है। दूसरे शब्दों में हर पैसेंजर को पांच सौ किलोमीटर की जर्नी का पैसा देना ही है। भले ही वह सफर सिर्फ भ्0 किलोमीटर करे।

सामान्य कोटा का रेट है काफी कम

तुलना करने के लिए आई नेक्स्ट ने इन्हीं डिस्टेंस का सामान्य कोटे के टिकट का रेट चेक किया। चौंकाने वाला अंतर सामने आया। तत्काल कोटा में इलाहाबाद से लखनऊ का किराया फ्7भ् रुपए मिला तो जनरल कोटे में टिकट का दाम आधे से भी कम क्म्0 रुपए ही मिला।

सीपीआरओ नहीं दे सके जवाब

तत्काल और सामान्य कोटा रिजर्वेशन टिकट के रेट में इतना अंतर क्यों। तत्काल रिजर्वेशन के लिए भ्00 किलोमीटर का बेस फेयर सिस्टम क्यों है? यह वैरीएशन जानने के लिए एनसीआर के सीपीआरओ नवीन बाबू से सम्पर्क किया तो उन्होंने कहा कि फेयर से संबंधित जानकारी मुझे नहीं है.आज सैटरडे है अधिकारी भी आराम कर रहे होंगे। मंडे को बता पाऊंगा।

इलाहाबाद से शहरों की बाई रेल रूट दूरी

इलाहाबाद से लखनऊ- ख्फ्ख्

इलाहाबाद से कानुपर-क्9ब्

इलाहाबाद से मिर्जापुर 90

इलाहाबाद से वाराणसी क्ख्ब्

इलाहाबाद से फतेहपुर क्क्7

इलाहाबाद से सतना क्77

इलाहाबाद से रीवां ख्ख्7

इलाहाबाद से मुगलसराय क्भ्फ्

इलाहाबाद से पटना फ्म्ब्

इलाहाबाद से गोरखपुर फ्म्भ्

इलाहाबाद से आगरा ब्भ्फ्

इलाहाबाद टू झांसी फ्90

(दूरी किलोमीटर में)

तत्काल का फेयर (स्लीपर)

बेस फेयर- ख्म्क्

रिजर्वेशन चार्ज ख्0

तत्काल 90

टोटल- फ्7भ्

(भ्00 किलोमीटर तक सभी स्थानों के लिए, ट्रेन सुपरफास्ट होने पर फ्0 रुपए और जोड़ दिए जाएंगे)

जनरल का फेयर (स्लीपर)

इलाहाबाद टु लखनऊ

बेस फेयर क्फ्म्

रिजर्वेशन चार्ज ख्0

टोटल क्म्0

(जनरल टिकट के लिए डिस्टेंस लिमिट ख्00 किलोमीटर ही है)