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PRAYAGRAJ: कई बार कुछ करने की चाहत का जुनून ऐसा होता है कि वह आपके करियर की दिशा ही बदल देता है। ऐसा ही जुनून यूपीपीसीएस 2020 की टापर संचिता शर्मा का भी है। जिसने मैकेनिकल इंजीनियरिंग ग्रेजुएट को सिविल सर्विसेज की ओर करियर बनाने का रूख मोड़ दिया। शुरु से इंजीनियरिंग में करियर बनाने की चाहत रखने वाली संचिता ने 2013 में बीटेक पूरा करने के बाद जॉब छोड़कर सिविल सर्विसेज की तैयारी शुरू कर दी। उन्होंने बताया कि सिविल सर्विसेज के पीछे सबसे बड़ा कारण था कि सोसाइटी के लिए कुछ कर सकूं। क्योकि दूसरी फील्ड में हाथ में पावर नहीं होता, जिससे चाहते हुए भी कुछ अच्छा नहीं कर पाते है। लेकिन पीसीएस या आईएएस के रूप में सोसाइटी के लिए बेहतर करने के सभी विकल्प होते है।

जॉब छोड़कर शुरू की तैयारी

सोमवार को यूपी पीसीएस 2020 का रिजल्ट घोषित होने के बाद सूबे में पहली पोजिशन हासिल करने वाली संचिता शर्मा के पिता चन्द्रशेखर शर्मा का पंजाब में मेडिकल स्टोर चलाते है। उनकी मां ज्योति शर्मा प्राइवेट कालेज में होम साइंस की लेक्चरर है। उनकी बड़ी बहन डॉ। निवेदिता शर्मा प्राइवेट क्लीनिक का संचालन करती है। छोटा भाई निर्मल शर्मा अभी इंटर्न कर रहे है। संचिता बताती है कि बीटेक करने के बाद इंटर्न के दौरान ही उनकी जॉब लग गई। जॉब करने के समय बार-बार ये ख्याल आता था कि कुछ सोसाइटी के लिए करना है। यहीं सोचकर उन्होंने 2016 में सिविल सर्विसेज की तैयारी शुरू की। उन्होंने कोई कोचिंग नहीं की। सेल्फ स्टडी के जरिए ही उन्हें ये सफलता मिली। हालांकि मेंस में आप्शनल सब्जेक्ट कमेस्ट्री होने के कारण कुछ टीचर्स से गाइडेंस लिया। उनका मीडियम इंग्लिश रहा।

सोशल मीडिया पर हैं एक्टिव

संचिता बताती है कि वह सोशल मीडिया पर भी एक्टिव रहती है। क्योकि वहां से करेंट अफेयर या किसी बड़ी न्यूज की जानकारी आसानी से मिल जाती है। साथ ही किसी भी न्यूज की एनालसिस भी आसानी से मिल जाती है। ऑन लाइन क्लासेस को सबसे बेस्ट आप्शन मानती है। उनका कहना है कि ऑन लाइन क्लासेस आज के समय में सबसे अधिक फायदेमंद है। वहां पर सब्जेक्ट से रिलेटेड मैटर भी भरपूर मात्रा में आसानी से एक क्लिक पर उपलब्ध होता है। हालांकि इस दौरान थोड़ा चूजी होना चाहिए। क्योकि अपनी जरूरत को देखते हुए सलेक्टेड मैटर का चयन करना चाहिए।