18 अक्टूबर से एक्टिव है टीम

02 महिला सब इंस्पेक्टर हैं शामिल

04 महिला सिपाहियों की तैनाती

-ट्रेन में अकेले यात्रा करने वाली महिला पैसेंजर्स के लिए रेलवे सुरक्षा बल की पहल

-महिलाओं के खिलाफ अपराध पर लगाम लगाने की है तैयारी

PRAYAGRAJ: ट्रेन में अकेले यात्रा करना महिलाओं के लिए अक्सर कंसर्निग प्वॉइंट होता है। सेफ्टी से लेकर तमाम तरह की चिंताएं महिला पैसेंजर के मन में होती हैं। इसको देखते हुए रेलवे सुरक्षा बल ने विशेष पहल की है। इसके तहत आरपीएफ की महिला सिपाहियों की टीम महिला पैसेंजर की 'सहेली' बनकर उनका ख्याल रखेगी। इससे महिलाओं के साथ होने अपराध में कमी आएगी। यह पहल प्रयागराज सहित आगरा और झांसी मंडल में भी शुरू हो गई है।

शुरू हो गई है सेवा

रेलवे बोर्ड की ओर से जारी निर्देशों के क्रम में 'माई सहेली' के तहत आरपीएफ की महिला सिपाहियों की टीम गठित की गई है। टीम में दो महिला सब इंस्पेक्टर और चार महिला सिपाही शामिल हैं। 18 अक्टूबर से यह टीम अकेले यात्रा करने वाली महिलाओं की सुरक्षा के लिए सक्रिय है। इस टीम को महिलाओं के ट्रेन, कोच व सीट नंबर की डिटेल कंट्रोल से मुहैया करा दी जाती है, फिर आरपीएफ की टीम उनकी निगरानी के साथ ही सुरक्षा करती रहती है। अभी यह सेवा प्रयागराज एक्सप्रेस, इलाहाबाद-जयपुर एक्सप्रेस, हमसफर एक्सप्रेस, दुरंतो, तुलसी के अलावा साप्ताहिक ट्रेनों और प्रयागराज से बनकर चलने वाली ट्रेनों में शुरू हो गई है।

ऐसे काम करेगी टीम

-माई सहेली टीम को महिलाओं के ट्रेन, कोच व सीट नंबर की डिटेल कंट्रोल से मुहैया करा दी जाती है।

-इसके बाद आरपीएफ की टीम उनकी निगरानी के साथ ही सुरक्षा करती रहती है।

इन ट्रेनों में सुविधा

फिलहाल कुछ ट्रेनों में यह फैसिलिटी शुरू कर दी गई है। जिन ट्रेनों में यह सुविधा शुरू की गई है, वो इस तरह से हैं

-सेवा प्रयागराज एक्सप्रेस

-इलाहाबाद-जयपुर एक्सप्रेस

-हमसफर एक्सप्रेस

-दुरंतो

-तुलसी

-साप्ताहिक ट्रेनों और प्रयागराज से बनकर चलने वाली ट्रेनों में

कोविड के प्रति सतर्कता

माई सहेली मिशन के साथ कोविड-19 संक्रमण से सतर्कता के लिए बताया जा रहा है। इसके साथ ही सफर करते वक्त कोई दिक्कत होने पर आरपीएफ की हेल्पलाइन नंबर 182 सूचना देने के लिए भी प्रेरित किया जा रहा है।