पिछड़ा वर्ग विकास समिति की ओर से आयोजित सामुहिक आयोजन में 40 जोड़े एक-दूजे के हुए

36 हिन्दू और चार मुस्लिम जोड़ों ने गंगा-जमुनी तहजीब की मिसाल कायम की

ALLAHABAD: संगमनगरी में रविवार को गंगा-जमुनी तहजीब की अनोखी मिसाल कायम हुई। सामूहिक विवाह के आयोजन में एक ही छत के नीचे 36 हिन्दू जोड़ों ने विवाह किया तो चार मुस्लिम जोड़ों ने किया निकाह। इसकी चर्चा आयोजन स्थल केपी कॉलेज से लेकर शहर में भी हुई।

सजधज कर निकली बारात

पिछड़ा वर्ग विकास समिति व अखिल भारतीय गोस्वामी महासंघ के संयुक्त तत्वावधान में पांचवां सामूहिक विवाह आयोजित किया गया। बारातियों का कारवां आनंद भवन के सामने से निकला। सफेद घोड़े पर सजधज कर निकले दूल्हों को हर कोई देखता रहा। बारात की अगवानी में घोड़ों के साथ ही 11 ऊंट, पांच हाथी व आधा दर्जन डीजे चल रहे थे।

जगह-जगह बारातियों का स्वागत

बारात आनंद भवन, नेतराम चौराहा, लक्ष्मी टॉकिज चौराहा, लल्ला चुंगी, एलनगंज, अल्लापुर, अलोपीबाग, बैरहना सब्जीमंडी व सीएमपी डॉट का पुल होते हुए केपी कॉलेज परिसर पहुंची। जगह-जगह पुष्प वर्षा कर लोगों ने दूल्हों और बारातियों का स्वागत किया। समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय गोस्वामी की अगुवाई में शंख की ध्वनियों के संग जोड़ों ने एक-दूसरे के गले में जयमाल डाला।

बुलाए गए थे मौलाना

मुस्लिम जोड़ों के निकाह के लिए दो मौलाना बुलाए गए थे। उन्होंने दोनों पक्षों की सहमति से निकाह की रस्म निभाई। इस मौके पर शालिनी गुप्ता, श्याम सुंदर पटेल, प्रमोद बंसल, कुसुम बंसल, कमलेश पटेल, बच्चा लाल कुशवाहा, प्रवीण कश्यप आदि मौजूद रहे।