प्रयागराज ब्यूरो । रविवार को दिन के दो बज रहे थे। पुलिस कंट्रोल रूम में कर्मचारी बैठे थे। फोन की घंटी बजी। हैलो, शहर में दंगा हो गया है। फोन रिसीव करने वाले कंट्रोल रूम के कर्मचारी के होश उड़ गए। कर्मचारी ने फौरन अपने अफसर को सूचना दी। कुछ मिनटों में ही पुलिस फोर्स सड़क पर नजर आने लगी। हूटरों की आवाज से शहरी दहशत में आ गए। चौराहों पर पुलिस खड़ी नजर आने लगी। ये नजारा रविवार को शहर का था। शहरी आपस में जानकारी करने लगे। पता चला कि पुलिस मॉक ड्रिल कर रही है। पुलिस ने इस दौरान फ्लैग मार्च किया। फ्लैग मार्च में पुलिस के साथ सीमा सुरक्षा बल के जवान भी रहे।


किसी को नहीं थी खबर
रविवार को मॉक ड्रिल की सूचना पुलिस अफसरों के अलावा किसी को नहीं थी। करीब दो बजकर पांच मिनट पर वायरलेस पर सूचना प्रसारित होने लगी कि शहर में दंगा हो गया है। इसके बाद सभी थानेदार अपने थाने की पूरी फोर्स लेकर एक्टिव हो गए। आनन फानन में हेलमेट, डंडा, रायफल लेकर पुलिस फोर्स सड़क पर नजर आने लगी। थाना क्षेत्रों में दंगा नियंत्रण के लिए संवेदनशील स्थानों को चिंहित किया गया है। पूरे शहर की फोर्स एक साथ अपने प्वाइंट पर पहुंचने लगी। सीमा सुरक्षा बल के जवान भी पहुंच गए। संवेदनशील स्थानों को घेर लिया गया।

चुनाव की शुरू कर दी तैयारी
प्रयागराज पुलिस ने लोक सभा चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है। पुलिस ने अपनी तैयारी की शुुुरुआत मॉक ड्रिल से की है। रविवार को पूरे शहर का नजारा तब अचानक बदल गया जब पुलिस की गाडिय़ां हूटर बजाते हुए सड़क पर दौडऩे लगीं। शहरी दिन भर अंदाज ही लगाते रहे कि आखिर हो क्या गया है जो पुलिस फोर्स सड़क पर उतर गई है। धीरे धीरे लोगों को पता चला कि पुलिस दंगा नियंत्रण का मॉक ड्रिल कर रही है।

डीसीपी सिटी ने किया लीड
शहर में दंगे की मॉक ड्रिल को डीसीपी सिटी दीपक भूकर ने लीड किया। दंगे की सूचना के महज चालीस मिनट के अंदर दंगाइयों को कंट्रोल कर लिया गया। हालांकि मॉक ड्रिल तीन घंटा तक चली। डीसीपी दीपक भूकर घटना की सूचना मिलने के बाद सबसे पहले सिविल लाइंस पहुंचे। यहां पर एसीपी श्वेताभ पांडेय मिले। डीसीपी ने एसीपी को निर्देश दिया। इसके बाद करेली एरिया में पहुंच गए। करेली एरिया में डीसीपी ने करेली इंस्पेक्टर को घटना को लेकर गाइड किया।

ऐसे हुआ रिहर्सल
2 बजे कंट्रोल रूम को सूचना मिली।
2.05 मिनट पर पुलिस एक्टिव हो गई।
2.10 मिनट पर पुलिस अपने प्वाइंट पर पहुंच गई।
2.12 मिनट पर अफसरों की गाडिय़ां सड़क पर दौडऩे लगीं।
2.40 मिनट पर वायरलेस पर सूचना मिली सब कंट्रोल में है।

दंगा होने पर क्या करें
- दंगा होने पर खुद को सुरक्षित करें।
- पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना दें।
- घरों की खिड़की दरवाजे बंद कर लें।
- जरुरतमंद राहगीरों की मदद करें। उन्हें अपने घर में सुरक्षित रखें।
- हाईपर होने के बजाए पुलिस के आने का इंतजार करें।
- अपने मोबाइल से वीडियो बनाएं, फोटो खींचे। ताकि पुलिस को मदद मिल सके।
- घटना होने पर पुलिस का पूरा सहयोग करें।
- डरें नहीं, कानून हाथ में लेने वालों की पहचान कराएं।


चुनाव को लेकर पुलिस ने शहर में दोपहर में मॉक ड्रिल किया। दंगा नियंत्रण को लेकर थाना वार सभी इंस्पेक्टर और चौकी इंचार्जों की मूवमेंट को चेक किया गया। तीन घंटे तक दंगा नियंत्रण की रिहर्सल की गई। सब कुछ ओके रहा। मॉक ड्रिल सक्सेस रही।
दीपक भूकर, डीसीपी सिटी



दंगा की सूचना पर सिविल लाइंस एरिया को कवर किया गया। पुलिस टीम सूचना मिलते ही एक्टिव हुईं। मॉक ड्रिल से किसी भी आपात स्थिति से निबटने की तैयारी चेक की गई।
श्वेताभ पांडेय, एसीपी सिविल लाइंस