प्रयागराज (ब्यूरो)एलआईसी के आईपीओ के लांच होने के समय एक शेयर की कीमत 949 रुपए थी। शेयर मार्केट के लगातार गिरने के चलते बुधवार को एक शेयर की प्राइस 668 रुपए तक पहुंच गई। यानी 281 रुपए प्रति शेयर दाम घट चुके हैं। जिस तरह से शेयर मार्केट लगातार नीचे जा रही है, उससे यह माना जा रहा है कि एलआईसी के शेयर का रेट और नीचे जाएगा।

मैने 15 शेयर का एक लॉट खरीदा था। रिटेलर होने की वजह से मुझे प्रति शेयर 55 रुपए का डिस्काउंट मिला था। आईपीओ की शेयर मार्केट में लिस्टिंग के दिन ही झटका लगा। गिरावट का दौर अब भी थम नहीं रहा है। पैसा तेजी से बढऩे की उम्मीद थी, यहां तो मूल पर ही संकट आ गया है।
मयंक धवन, कल्याणी देवी

आईपीओ लांच होने की खबर सुनने के बाद नया डीमैट एकाउंट खुलवाया था। आईपीओ में शेयर के लिए अप्लाई किया। 15 शेयर का लॉट मिल गया तो लगा कि जल्द ही बड़ा फायदा होने वाला है। लेकिन, एलआईसी के शेयर लगातार नीचे जा रहे हैं। अब तो घबराहट होने लगी है। मूलधन पर संकट आ गया है।
शिल्पी, इंवेस्टर

मैने दो लॉट शेयर खरीदा था। पहली बार मैने शेयर मार्केट में इंट्री ली है। 4100 रुपए देकर डीमैट एकाउंट खुलवाया था। मेरे हजारों रुपए फंस चुके हैं। सोच रहा हूं शेयर का दाम चढ़े। और नहीं तो कम से कम मेरा इंवेस्टमेंट एमाउंट ही आ जाए तो मैं शेयर को बेचकर निकल जाऊं।
अंकित टंडन, इंवेस्टर

ओवर वैल्यूड था आईपीओ
एक्सपट्र्स का कहना है कि एलआईसी का आईपीओ ओवर वैल्यूड था।
इससे लोगों की एक्सपेक्टेशंस अधिक हो गई थी।
लोगों का लगा कि इंवेस्टमेंट का यह आप्शन ज्यादा बेहतर रहेगा तो उन्होंने शेयर खरीदे।
लेकिन मार्केट में लिस्टेड होने के बाद अचानक से शेयर वैल्यू नीचे आ गई।
इससे पब्लिक को झटका लगा है। सबसे ज्यादा उनको जो शेयर मार्केट के बारे में नही जानते थे और पहली बार इनवेस्ट कर रहे थे।
अब वह परेशान हैं। वह किसी तरह से अपना बेस प्राइज प्राप्त करने का इंतजार कर रहे हैं।


खेल सकते हैं जुआ
एक्सपट्र्स का कहना है कि एलआईसी का शेयर काफी नीचे आ चुका है। लोग चाहे तो अब लो प्राइस पर पैसा लगा सकते हैं। अगर शेयर के दाम पचास रुपए भी बढ़े तो फायदा होना तय है। यह भी रिस्की साबित हो सकता है। क्योंकि, जरूरी नहीं कि दाम बढ़ जाएं और यह भी नही कह सकते कि शेयर और सस्ते होंगे। इसलिए शेयर मार्केट में पैसा लगाना इतना आसान नही होता है।

दो तरह से खुलता है डीमैट एकाउंट
एक डीमैट एकाउंट फ्री आफ कास्ट खुलता है जिसमें लोगों को एक साल बाद 600 रुपए प्रति ईयर जीएसटी देनी पड़ती है। दूसरा डीमैट एकाउंट 4100 रुपए में खुलता है। इसमें जीएसटी नही देनी पड़ती। जब इसे बंद कराते हैं तो 3500 रुपए वापस हो जाता है। 600 रुपए काट लिए जाते हैं।

एलआईसी के आईपीओ से लेागों ने कुछ ज्यादा ही उम्मीद कर ली थी। अचानक से लोगों ने पैसा लगाकर शेयर खरीद लिए। अब लगातार दाम कम हो रहे हैं तो लोगों को डर लग रहा है। बहुत से लोग ऐसे हैं जिन्होंने पहली बार शेयर खरीदे हैं। उनका पैसा मार्केट में फंसा हुआ है।
कुश प्रताप सिंह
शेयर मार्केट एक्सपर्ट