प्रयागराज (ब्‍यूरो)। संगम में दो बहनों की डूबने से मौत हो गई। संगम में तीन बहने नहा रही थीं। इनमें से एक मामा की बेटी डूबने लगी। उसे बचाने के लिए बुआ की दो बेटियां गहरे जल में आगे बढ़ीं। इस दौरान दोनों सगी बहने डूबने लगीं। तीनों के डूबने का हल्ला मचा तो आसपास के मल्लाह जल में कूदे। कुछ देर में जल पुलिस भी आ गई। जल पुलिस ने मशक्कत करके एक बहन को बचा लिया। जबकि दो बहने डूब चुकी थीं। काफी देर तक खोजबीन के बाद दोनों की बॉडी मिली। साथ आए परिजन दोनों बहनों की बॉडी देखकर बिलख पड़े। संगम पर सैकड़ों की भीड़ लग गई। दारागंज पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित किया।

खेती किसानी का काम करता है परिवार
बलिया के हुसैनाबाद बांसडीह के रहने वाले अनिल कुमार खेती किसानी का काम करते हैं। अनिल कुमार रविवार को अपनी पत्नी प्रीती, पिंकी और पत्नी बेबी समेत परिवार के नौ लोगों के साथ संगम पहुंचे। अनिल के साथ उसके साले सुभाष की बेटी प्रियंका भी थी। करीब 12 बजे सभी संगम नोज पर पहुंचे। कुछ देर बाद सभी नहाने की तैयारी करने लगे। प्रियंका, पिंकी और प्रीति तीनों जल के अंदर पहुंच गईं। इस दौरान साथ आए अन्य सदस्य बाहर घाट पर ही थे। वे धूप सेंक रहे थे। तीनों बहने नहा रही थीं। अचानक प्रियंका गहरे पानी की ओर चली गई। वह डूबने लगी। प्रियंका ने शोर मचाया तो उसके पीछे नहा रहीं प्रीति और पिंकी घबरा गईं। पिंकी प्रियंका के पास थी जबकि प्रीति पीछे। प्रियंका की आवाज सुनकर पिंकी आगे की ओर बढ़ी। तभी वह भी गहरे पानी में डूबने उतराने लगी। दोनों बहनों को डूबता देख प्रीति से रहा नहीं गया। वह दोनों को बचाने के लिए आगे बढ़ गई। लेकिन वह भी गहरे जल में फंस गई।

पलक झपकते डूबने लगी तीन बहनें
तीनों के डूबने में महज दो से तीन मिनट लगा। ये इतनी तेजी से हुआ कि आसपास नहा रहे लोग समझ ही नहीं पाए। तीनों का शोर सुनकर आसपास नहा रहे लोगों का ध्यान उस ओर गया। इस पर लोगों ने भी शोर मचाना शुरू कर दिया। शोर सुनकर आसपास की नाव पर मौजूद कई मल्लाह जल में कूद पड़े। तीनों बहने डूब चुकी थीं। हालांकि मल्लाहों ने डूब चुकी पिंकी को निकाल लिया। मगर प्रीति और प्रियंका का पता नहीं चला।

जल पुलिस को करनी पड़ी मशक्कत
महज दस मिनट में संगम नोज पर तीन बहनों के डूबने का हल्ला मच गया। दारागंज पुलिस और जल पुलिस को इसकी सूचना मिल गई। स्टीमर से महज पांच मिनट में जल पुलिस के गोताखोर पहुंच गए। इस दौरान दारागंज थाना प्रभारी बृजकिशोर गौतम भी आ गए। जल पुलिस के गोताखोर प्रीति और प्रियंका को खोजने लगे। करीब सवा घंटे बाद दो बजे प्रियंका की बॉडी मिल गई। मगर प्रीति की बॉडी नहीं मिली।

दूर दूर तक हुई तलाश
प्रियंका जहां डूबी थी वहां से कुछ दूरी पर गहरे जल में उसकी बॉडी मिली। मगर आसपास प्रीति की बॉडी नहीं मिली। इस पर उसकी बॉडी की तलाश चलती रही। करीब पौने चार बजे उसकी बॉडी डूबने वाले स्थान से सौ मीटर दूर मिल गई।

लापरवाही बना घटना का कारण
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार तीनों बहने नहाने के दौरान बैरिकेडिंग से आगे निकल गई थीं। पानी की धारा तेज थी। ऐसे में बैरिकेडिंग के आगे जगह जगह गड्ढे हो गए थे। इन्हीं में से एक गड्ढे में तीनों बहने फंस गईं और डूब गईं।

मौत खींच लाई प्रियंका को
प्रियंका पिंकी के मामा की बेटी है। कुछ दिन पहले प्रियंका अपनी बुआ के घर आई थी। इस दौरान शनिवार को पिंकी के घरवालों ने संगम स्नान का प्रोग्राम बनाया तो प्रियंका भी साथ में आ गई। मगर उसे क्या पता था कि वह संगम से लौट नहीं पाएगी।

रोता बिलखता रहा परिवार
प्रीति और प्रियंका की मौत से सबसे ज्यादा बहवास बेबी थी। एक तो उसे बेटी प्रीति के खोने का गम था दूसरे उसके भाई सुभाष की बेटी प्रियंका की भी डूबने से मौत हो गई थी। इस पर बेबी दहाड़ मारकर रोती रही। दारागंज थाना प्रभारी बृजकिशोर गौतम ने दोनों की बॉडी सील कराके पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया।

ये लापरवाही न करें कभी
- बैरिकेडिंग के आगे कभी स्नान न करें।
- जल में स्नान करते जाते समय पैर आगे बढा़कर गहराई को नापें।
- किसी के डूबने पर उसे खुद न पकड़ें।
- डूब रहे शख्स को बचाने के लिए गमछे या दुपट्टे का इस्तेमाल करें।
- एक दूसरे का हाथ पकड़कर डूब रहे शख्स को पकड़ें।

पहले भी हो चुके हैं हादसे
- संगम में स्नान के दौरान नौ छात्र एक साथ डूब चुके हैं।
- फाफामऊ गंगा घाट पर पिता, पुत्र और पुत्री की डूबने से हो चुकी है मौत
- दो छात्र एक साथ डूब चुके हैं संगम में

बलिया का रहने वाला अनिल अपने परिवार के साथ संगम स्नान करने आया थ। इस दौरान उसकी बेटी और साले की बेटी की संगम में डूबने से मौत हो गई। एक लड़की को बचा लिया गया। दोनों की बॉडी पोस्टमार्टम के लिए भेज दी गई है।
बृजकिशोर गौतम, थाना प्रभारी दारागंज