प्रयागराज ब्यूरो ।ऊंचाइयों को छू रहा है। परिणाम सामने हैं। इस बार भी बोर्ड ने नया कीर्तिमान रच दिया है। मूल्यांकन के महज चौदह दिन के अंदर रिजल्ट देकर लोगों को दांतो तले उंगली दबाने को मजबूर कर दिया है। बात चाहे हाईस्कूल की हो या इंटर की। यूपी बोर्ड की चपलता के आगे बाकी सभी बोर्ड पीछे छूटते जा रहे हैं।

जून की जगह अप्रैल में आया रिजल्ट

पिछले साल यूपी बोर्ड ने 25 अप्रैल को इंटर और हाईस्कुल का रिजल्ट जारी किया था। इस बार बीस अप्रैल को ही रिजल्ट घोषित कर दिया गया है। बता दें कि वर्ष 2022 में 18 जून को यूपी बोर्ड का रिजल्ट जारी किया गया था। तब किसी ने नही सोचा था कि अप्रैल में भी यूपी बोर्ड का रिजल्ट आ सकता है। इसी तरह से 2016 और 2017 में मई और जून में रिजल्ट एनाउंस किया गया था। तब से लेकर आज तक यूपी बोर्ड के रिजल्ट में काफी परिवर्तन हुए हैं।

किस तरह से बढ़ा यूपी बोर्ड का उत्तीर्ण प्रतिशत

वर्ष हाईस्कूल इंटर

2015 83.74 88.83

2016 87.66 87.99

2017 81.88 82.62

2018 75.16 72.43

2019 80.07 70.06

2020 83्31 74.61

2021 99.53 97.88

2022 88.18 85.33

2023 89.78 75.52

2024 89.55 82.60

पिछले साल की तुलना में क्या रहा अंतर

पिछले साल की तुलना में हाईस्कुल में 169119 परीक्षार्थियों की संख्या में कमी दर्ज की गई है। बालकों के उत्तीर्ण प्रतिशत में 0.59 फीसदी की ्रकमी और बालिकाओं के रिजल्ट में 0.06 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। हालांकि कुल पासिंग परसेंटेज में 0.23 फीसदी की कमी दर्ज की गई है। इस पर बोर्ड के अधिकारियों का कहना है कि नकल पर नकेल कसने की वजह से बड़ी संख्या में परीक्षार्थियों ने परीक्षा छोड़ दी है। इसी तरह से इंटर की परीक्षा में पिछले साल के मुकाबले 190173 परीक्षार्थी कम हुए हैं। लेकिन कुल उत्तीर्ण प्रतिशत में 7.08 फीसदी रिजल्ट में बढ़ोतरी दर्ज की गई है।

हर साल हम यूपी बोर्ड को एक कदम आगे ले जा रहे हैं। हमने केवल बारह दिन में परीक्षा कराई और इतने ही दिन में मूल्यांकन भी करा दिया। महज 14 दिन के अंदर रिजल्ट आपके सामने है। पिछले साल 25 और इस बार 20 अप्रैल को रिजल्ट आया है।

दिव्यकांत शुक्ला, सचिव यूपी बोर्ड प्रयागराज