प्रयागराज (ब्यूरो)गुरुवार को व्यवस्था की समीक्षा करने बैठे जिलाधिकारी संजय कुमार खत्री ने डयूटी में लगने वाले सभी अधिकारी कर्मचारियों से कहा कि परीक्षा की सुचिता पर आंच नहीं आनी चाहिए। इसलिए सभी व्यवस्थाएं अभी से परख ली जानी चाहिए। इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही अक्षम्य होगी।
पहली पाली में 183 सेंटर पर परीक्षा
सेण्ट एन्थोनी गल्र्स इंटर कालेज में केन्द्र व्यवस्थापकों एवं सेक्टर मजिस्ट्रेटों की बैठक में बताया गया कि जनपद में प्रथम पाली में 183 परीक्षा केन्द्रों पर 84017 परीक्षार्थी परीक्षा देंगे। द्वितीय पाली में 132 परीक्षा केन्द्रों पर 59895 परीक्षार्थी परीक्षा में सम्मिलित होंगे। परीक्षा नकलविहीन सम्पन्न कराने के लिए प्रथम पाली में सभी 183 केन्द्र व्यवस्थापकों को एडीएम सिटी और डीआईओएस ने डिटेल ब्रीफ किया। द्वितीय पाली में सभी 63 सेक्टर मजिस्ट्रेटों की बैठक डीएम की अध्यक्षता में हुई। डीआईओएस ने इसका संयोजन किया।
लगातार भ्रमण करते रहें सचल दस्ते
डीएम ने कहा कि सभी सेक्टर मजिस्ट्रेट, सचल दस्ते निरस्तर भ्रमणशील रहेंगे। परीक्षा में किसी भी प्रकार की अनियमितता बर्दाश्त नहीं की जायेगी। परीक्षा कार्य में जिसे जो भी दायित्व आवंटित किया गया, उसके प्रति पूरी तरह सजग रहें। डीआईओएस ने बताया कि शुक्रवार को दोपहर 12:00 बजे से स्टेटिक मजिस्ट्रेट एवं 3:00 बजे पर्यवेक्षकों की बैठक आहूक की गयी है। बैठक में अपर जिलाधिकारी (नगर), सह जिला विद्यालय निरीक्षक द्वय सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी गण उपस्थित रहे।

जिला विद्यालय निरीक्षक
परीक्षा के एक दिन पूर्व परीक्षा सम्बन्धी समस्त कार्य पूर्ण कर लिये जाएंगे।
परीक्षार्थियों के प्रवेश के समय मुख्य द्वार पर वीडियोग्राफी होगी।
प्रश्न पत्रों को खोले जाने एवं परीक्षा समाप्ति पर सीलिंग-पैकिंग की भी वीडियोग्राफी करायी जायेगी।
सभी केन्द्रों पर सीसीटीवी से अनवरत निगरानी की जायेगी।
सभी सेंटर पर स्थित ऐसे कमरे जिनमें परीक्षार्थी नहीं बैठेंगे उन्हें सीलबंद रखा जायेगा
ऐसे केन्द्र व्यवस्थापक जिनके पास कक्ष निरीक्षकों की कमी हो वे तत्काल जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में मांग पत्र प्रस्तुत करेंगे
उन्हें बेसिक शिक्षा विभाग के शिक्षक उपलब्ध कराये जायेंगे।
किसी भी दशा में सम्बन्धित विद्यालय के स्टाफ के अतिरिक्त किसी को भी परीक्षा सम्बन्धी कार्य में नहीं लगाया जायेगा।

सभी परीक्षा केन्द्रों पर कोविड हेल्प-डेस्क की अनिवार्य रूप से स्थापना की जाय। मास्क, थर्मल स्कैनर, ऑक्सीमीटर, सेनेटाइजर की भी पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित की जायेगी। हर हाल में परीक्षा की सुचिता बरकरार रखी जाएगी।
संजय खत्री
डीएम, प्रयागराज