ALLAHABAD: अगर आप इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के छात्रसंघ चुनाव (एकेडमिक सेशन 2017-18) में भागीदारी करने जा रहे हैं तो इविवि प्रशासन आपकी पूरी हेल्प करेगा। इविवि प्रशासन ने चुनाव से जुड़ी सूचनाओं के लिये वेबसाइट लांच की है और इसके साथ ही अब वह वोटर लिस्ट भी ऑनलाइन करने जा रहा है। इस बार वोट ओएमआर शीट के जरिये डाले जायेंगे।

 

2016 से ऑनलाइन

इलाहाबाद यूनिवर्सिटी छात्रसंघ चुनाव के इतिहास में पहली बार वोटर्स की लिस्ट वर्ष 2016 से ऑनलाइन की गई। इविवि में 1923 में शुरू हुए छात्रसंघ के 93 वर्ष के इतिहास में इससे पहले तक मतदाताओं की सूची कागज पर तैयार की जाती थी। अपने कार्यकाल के पहले ही चुनाव में वोटर्स की लिस्ट को ऑनलाइन करवाकर इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के वीसी प्रो। आरएल हांगलू ने छात्रसंघ चुनाव में पारदर्शिता और सुधार की दिशा में कदम बढ़ाया था।

 

वेबसाइट पर पूरी जानकारी

इस बार छात्रसंघ चुनाव 14 अक्टूबर को होगा। चुनाव के दिन छात्र-छात्राओं को मतदान के लिए भटकना न पड़े, इसलिये लिस्ट ऑनलाइन की जाएगी। नामांकन से पहले इसे वेबसाइट www.ausuelection2017.in पर पीडीएफ फाइल के रूप में अपलोड किया जाएगा। इसमें मतदाता छात्र-छात्राएं अपना आई कार्ड नम्बर, एनरोलमेंट नम्बर और नाम देख सकते हैं। इसके अलावा उनके नाम के साथ मतदान के लिये संबंधित बूथ का भी जिक्र होगा। इस बार मतदाताओं की संख्या करीब बीस हजार के आसपास होगी।

 

उपनाम से कर सकेंगे नामांकन

नामांकन के दौरान छात्र अपने उपनाम से भी पर्चा दाखिल कर सकेंगे। वे नाम के साथ उर्फ लगाकर चर्चित उपनाम का प्रयोग कर सकते हैं। इसके लिए सहमति बना ली गई है। बता दें कि चुनाव प्रचार में शामिल कई प्रत्याशी अपने नाम के आगे उर्फ लगाकर प्रसिद्ध उपनाम जोड़े हुए हैं। चुनाव अधिकारी प्रो। आरके सिंह ने बताया कि इसके लिए प्रत्याशियों को हलफनामा देना होगा। इसमें उन्हें अपने मुख्य नाम का भी जिक्र करना होगा।

 

चुनाव के दौरान फर्जी मतदान समेत दूसरी दिक्कतों से बचने के लिए वोटर लिस्ट ऑनलाइन की जा रही है। छात्र अपना नाम और बूथ के बारे में जानकारी लेकर वोट डालने के लिये जा सकते हैं।

-आरके सिंह, चुनाव अधिकारी इविवि

 

वोटर लिस्ट ऑनलाइन करने की प्रक्रिया को बहाल रखना अच्छा निर्णय है। इससे पहले से ही पता होगा कि कौन वोटर है। यह पारदर्शी कदम है। जिसका स्वागत है।

-बालेन्द्र

 

ऑनलाइन ही पता चल जायेगा कि हमें कहां वोट देने जाना है। इससे मतदाता छात्र-छात्राओं को सहुलियत होगी। इससे सभी मतदान के लिये प्रेरित होंगे और मतदान प्रतिशत भी बढ़ेगा।

-अंकुर सिंह

 

लिंगदोह समिति की सिफारिशों को लागू करने की दिशा में यह स्वागत योग्य कदम है। यह एक सफल प्रयास है। जिसे इविवि प्रशासन को आगामी चुनाव में भी लागू करना चाहिये।

-कृष्ण मोहन मिश्रा