प्रयागराज ब्यूरो । बिजली कर्मियों की हड़ताल आम जनजीवन पर भारी पडऩे लगी है। फाल्ट नही बन पाने से शनिवार को एक तिहाई शहर की पानी की सप्लाई ठप हो गई। इससे लोग परेशान हो गए। फोन करके उन्होंने टैंकर से आपूर्ति की मांग की लेकिन यहां भी समस्या का हल नही निकला। अधिकारियों का कहना था कि जब तक करेलाबाग पंपिंग स्टेशन की फाल्ट दूर नही होगी, जलसंकट से निजात नही मिलेगी।

दोपहर में खत्म हो गया स्टाक

जानकारी के मुताबिक शुक्रवार शाम को करेलाबाग पंपिंग स्टेशन में फाल्ट आ गई थी। पावर सप्लाई ठप होने से यहां से होने वाली वाटर सप्लाई भी बंद हो गई। बता दें कि इस पंपिंग स्टेशन के जरिए यमुना से पानी खींचकर खुसरूबाग वाटर ट्रीटमेंट प्लांट पर भेजा जाता है। यहां पर 60, 45 और 30 एमएलडी क्षमता के तीन पांड बने हैं जिनमें पानी को एकत्र कर दर्जनों मोहल्लों में भेजा जाता है। इस पानी से सिविल लाइंस, पुराना शहर, म्योहाल और भारद्वाजपुरम के हजारों घरां में पानी की सप्लाई होत है। शनिवार दोपहर में खसरूबाग पांड का स्टाक खत्म हो जाने के बाद इन इलाकों में पानी की सप्लाई नही की जा सकी थी।

कम पड़ गए पानी के टैंकर

पानी का संकट खड़ा होने पर जलकल विभाग के कार्यालय पर लोगों के फोन आना शुरू हो गए। विभाग की ओर से 65 टैंकर के जरिए पानी की सप्लाई शुरू की गई लेकिन यह भी नाकाफी साबित हुई। खुसरूबाग में एक सब मर्सिबल पंप चालू रहने से टैंकरों को भर भरकर तमाम मोहल्लों में भेजा जाता रहा। अधिकारियेां का कहना था कि अगर समय रहते करेलाबाग की फाल्ट ठीक नही हुई तो हाहाकार मच जाएगा। पब्लिक को पर्याप्त जलापूर्ति करना मुश्किल साबित होगा।

पैनल में हो गया ब्लास्ट

खबर लिखे जाने तक करेलाबाग पंपिंग स्टेशन के बिजली फाल्ट को बनाने की कोशिशें जारी रहीं। सूत्रों ने बताया कि शनिवार दोपहर में एक घंटे के लिए सप्लाई शुरू हुई थी लेकिन उसके बाद फिर से पैनल में ब्लास्ट हो गया। जिससे बिजली आपूर्ति ठप हो गई। ट्रेंड बिजली कर्मियों के हड़ताल पर चले जाने से यह समस्या उत्पन्न हुई है। अन ट्रेंड स्टाफ को पैनल बनाने में सफलता नही हासिल हो रही है।

करेलाबाग पंपिंग स्टेशन में बिजली फाल्ट आने से शुक्रवार शाम से सप्लाई बंद है। इसकी वजह से खुसरूबाग के वाटर ट्रीटमेंट प्लांट खाली हो गए हैं। यह पानी यमुना से करेलाबाग स्टेशन के जरिए भेजा जाता है। कोशिश जारी है कि जल्द से जल्द रुकावट दूर का सप्लाई शुरू करा दी जाए।

कुमार गौरव, जीएम, जलकल विभाग प्रयागराज