प्रयागराज (ब्‍यूरो)।

38 रैन बसेरा ठंड को देखते हुए नगर निगम ने किया तैयार
02 कम्पार्टमेंट महिला व पुरुष के लिए हैं अलग-अलग
10 बिस्तर की सुविधा की गई महिला कम्पार्टमेंट में
20 लोग पुरुष कम्पार्टमेंट में रुक सकते हैं एक साथ

शहर में आने वाले मुसाफिरों को गलन भरी ठंड में रात किसी होटल या खुले आसमान के नीचे बिताने की जरूरत नहीं पड़ेगा। मुसाफिरों के लिए यहां शानदार जगह-जगह नगर निगम के द्वारा रैन बसेरा का निर्माण किया गया है। बगैर किसी शुल्क के यहां पर लोग आराम से रात बिता सकते हैं। बसर्ते यहां रात रुकने के लिए कुछ नियम व शर्तें हैं जिनका पालन हर किसी को सुरक्षा के दृष्टिकोण से करना होगा। रैन बसेरा में लोगों के लिए दी गई सुविधाओं का 'दैनिक जागरण आईनेक्स्टÓ के द्वारा रविवार को रियलिटी चेक किया गया। इस दौरान रैन बसेरा में जो सुविधाएं दिखाई दीं वह काफी बेहतर रहीं। रैन बसेरा में महिलाओं व पुरुषों के लिए अलग-अलग कम्पार्टमेंट बनाए गए हैं। लेटने के लिए गद्दा व ओढऩे के लिए रजाई पूरी तरह लकदक नजर आई। रैन बसेरा गेट के सामने अलाव की भी व्यवस्था की गई है।

रजिस्टर लिखना होगा पूरा ब्योरा
यहां पर हाईकोर्ट से लेकर एजी ऑफिस, यूपी बोर्ड, लोक सेवा आयोग, यूनिवर्सिटी जैसे कई ऐसे सरकारी विभागों के कार्यालय हैं जहां प्रदेश भर के लोग हर रोज आते हैं। माघ मेला के दौरान तो यहां गैर प्रदेश व विदेश तक के श्रद्धालु मुसाफिर आते हैं। आने वाले तमाम ऐसे लोग होते हैं जो रात बिताने के लिए होटल नहीं ले पाते। ऐसी स्थिति में वह रोड या फिर बस स्टैंड अथवां रेवले स्टेशन पर खुले आसमान के लिए विवश हो जाते हैं। इतना ही नहीं ऐसे भी लोग हैं जो बाहर से आकर यहां रोजी रोजगार करते हैं और उनके पास रात में रहने की मुकम्मल व्यवस्था नहीं हैं। ऐसे ही मुसाफिरों को ध्यान में रखते हुए हर बार नगर निगम शहर में रैन बसेरा का निर्माण अस्थाई रूप से ठंडी तक के लिए बनाया जाता है। ताकि उन्हें कंपाने वाली ठंड के बीच रोड पर रात नहीं बितानी पड़े। पिछले वर्षों की तरह इस बार भी शहर में एजी ऑफिस, लोहिया मार्ग, रोडवेज बस स्टैंड के पास हनुमान मंदिर चौकी के बगल, पत्थर गिरजा घर प्रधान डाक घर के बगल, हिन्दू हॉस्टल व प्रयाग रेलवे स्टेशन पास एवं बैरहना, झूंसी, फाफामऊ, दारागंज, सहित कुल 38 रैन बसेरा का निर्माण कराया गया है। हर जगह बनाए गए रैन बसेरा में दो तरह से कक्ष बनाए गए हैं। महिलाओं व पुरुषों के लिए एक दूसरे से सटे हुए दो कम्पार्टमेंट बनाए गए हैं। महिलाओं के कम्पार्टमेंट में कुल दस तो पुरुषों के कम्पार्टमेंट में बीस बिस्तर लगाए गए हैं। सफेद रंग के गद्दे व रजाई के साथ सफेद तकिया की सुविधा भी रैन बसेरा में नजरों में नजर आई। जगह निगरानी और सफाई व पानी आदि की व्यवस्था के लिए एक केयरटेकर भी रखे गए हैं। यहां रुकने के लिए केयरटेकर के पास मौजूद रजिस्टर में कुछ अपनी डिटेल अंकित करानी होगी। प्रधान डाक घर रैन बसेरा में तैनात केयरटेकर मंगल के मुताबिक मुसाफिरों को यहां रुकने के लिए कोई चार्ज नहीं लिया जाता है। सारी सुविधा फ्री ऑफ कास्ट है। बसर्ते उन्हें यहां पर रजिस्टर में अपना नाम व पूरा पता के साथ आधार कार्ड और मोबाइल नंबर भी लिखना या लिखवाना होगा। आधार कार्ड दिखाना भी जरूरी है। सुबह हर हाल में सात बजे तक उन्हें यहां से जाना होता हागा। ताकि रैन बसेरा की साफ सफाई कराई जा सके।

दर्ज कराना होगा आधार व मोबाइल नंबर
बड़े सख्त हैं रहने वालों के लिए नियम
यदि आने वाला पुरुष मुसाफिर पत्नी बच्चों के साथ है तो दोनों को अलग-अलग कम्पार्टमेंट में रहना होगा। पुरुष महिला कम्पार्टमेंट और महिला पुरुष कम्पार्टमेंट नहीं जा सकती। बच्चों में यदि लड़का है तो पिता पुरुष कम्पार्टमेंट और बालिका है तो मां के साथ महिला कम्पार्टमेंट में रहेगी।
जांच में या फिर गश्त में आने वाली पुलिस या किसी अफसर के द्वारा पूछे जाने पर रहने वाले हर मुसाफिर को अपना आधार कार्ड दिखाना होगा। रैन बसेरा के अंदर कोई भी नानवेज का सेवन या ड्रिंक नहीं कर सकता। ऐसा करते हुए पकड़े जाने पर उसे तत्काल केयर टेकर बाहर का रास्ता दिखा देगा।
केयरटेकर के कहने पर यदि कोई जबरिया रैन बसेरा में ड्रिंक करता है या फिर मीट का सेवन करता है उसकी सूचना पर फौरन पहुंच कर पुलिस के द्वारा सम्बंधित के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। नियम यह भी है कि कोई भी व्यक्ति यहां रात में तेज आवाज में बात नहीं करेगा। ताकि दूसरे लोग डिस्टर्ब न हों।
रैन बसेरा के अंदर बीड़ी व सिगरेट पीने पर भी पूरी तरह प्रतिबंध किया गया है। लोगों के द्वारा अपने सामाने की सुरक्षा उन्हें खुद करनी होगी। सामान यानी मोबाइल पैसा या बैग ज्वैलरी आदि की जिम्मेदारी केयरटेकर की नहीं होगी। रैन बसेरा में रहने वालों को इन सारे नियमों का पालन करना ही होगा।

लोकल के लोग रह सकते हैं, बसर्ते
केयरटेकर मंगला ने कहा कि उसे अफसरों के द्वारा जो निर्देश दिए गए हैं उनमें रैन बसेरा में रात रुकने का लाभ लोकल लोग भी ले सकते हैं। बसर्ते उनका घर शहर में नहीं होना चाहिए। ठंडी में रोड पर रात बिताने वाले शहर के बारे से आए कामगार व स्ट्रीट वेंडरों को भी मनाही नहीं है। बसर्ते उन्हें भी नियमों का पालन करन करते हुए अपने आधार कार्ड व मोबाइल नंबर देने होंगे। हर किसी को यहां स्वच्छता पर ध्यान देना होगा। ड्रिंक करने के आने वाले मुसाफिर बाहर के हों या लोकल के उन्हें भी यहां रहने की इजाजत नहीं दी जाएगी।

रैन बसेरा में रुकने वालों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए बनाए गए नियमों का पालन करना होगा। लोकल के थाना व चौकी पुलिस के द्वारा रात में रैन बसेरा के आस पास पुलिस गश्त करेगी। स्वच्छता पर विशेष ध्यान देने के निर्देश हैं। रजाई व गद्दे एवं तकिया की खोल हर तीसरे दिन चेंज की गई।
उमेशचंद्र गणेश केसरवानी, महापौर नगर निगम प्रयागराज