घरों पर ही करना होगा लोगों को स्नान, रामगंगा पर पीएसी व पुलिस बल किया गया तैनात

संडे को दोनों तट पर तैनात हुई पुलिस, स्नान पर रोक, भक्त नदी तक नहीं आ सकेंग

बरेली : 95 साल बाद, कोविड संक्रमण की वजह से चौबारी का मेला नहीं लगेगा। कार्तिक पूर्णिमा पर लगने वाले रामगंगा नदी तट के भव्य मेला नहीं लगने से लोगों में निराशा है। चौबीस घंटे पहले ही नदी पर पुलिस तैनाती होने के बाद भक्तों को नदी पर आने से रोका जा रहा है।

1925 से लग रहा मेला

बता दें कि 1925 से कार्तिक पूर्णिमा में रामगंगा तट के पास चौबारी मेला लगता रहा है। यह पहली बार होगा कि जब चौबारी मेला व नखासी मेला नहीं लगेगा। इस मेले में दूर-दूर से लोग अपने घोड़े बेचने व उनकी दौड़ कराने के लिए पहुंचते थे। इस बार लोगों को घोड़ों की दौड़ व एक से एक बेहतरीन घोड़े भी देखने को नहीं मिलेंगे।

पुलिस और पीएसी तैनात

जिलाधिकारी नितीश कुमार के आदेश पर इस बार रामगंगा नदी में लोगों को स्नान करने पर रोक लगाई गई है। इसी के साथ ही चौबारी मेला भी कैंसिल किया गया है। कार्तिक पूर्णिमा से एक दिन पहले रविवार को ही रामगंगा तट के पास पीएसी व पुलिस बल तैनात कर दिया गया। जिन्होंने संडे को ही किसी को गंगा स्नान नहीं करने दिया। वहीं शादी के बाद मौर सिराने पहुंचे लोगों को भी अनुमति नहीं दी गई।

दिखें दूर-दूर तक खेत

हर वर्ष कार्तिक पूर्णिमा पर जहां दूर-दूर तक एक से एक बड़े व छोटे टेंट व मिठाई, खिलौना आदि की दुकानें देखने को मिलती थी। लेकिन इस बार दूर-दूर तक केवल खेत ही खेत दिख रहे हैं। यही नहीं घोड़ों की दौड़ की जगह शांत मैदान दिख रहा है।