-सोशल मीडिया पर वायरल हुआ पिटाई का वीडियो, आशा ने मामले में कार्रवाई से किया इन्कार

-मंगलवार को क्योलडि़या पीएचसी की स्टाफ नर्स पर गर्भवती के पति ने पांच हजार रुपये मांगने का आरोप लगाया था

बरेली: नवाबगंज में रिश्वत न मिलने पर गर्भवती को अस्पताल में भर्ती न करने वाली स्टाफ नर्स ने बुधवार को आशा को चप्पलों से पीट दिया। उनके बीच हुई मारपीट का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।

गांव जगतपुर निवासी लालाराम की पत्नी सावित्री को प्रसव पीड़ा हुई। सोमवार रात गांव की आशा उसे लेकर गुलडि़या प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) पर पहुंची। आरोप है कि स्टाफ नर्स ने गर्भवती को भर्ती करने के नाम पर उसके पति से पांच हजार रुपये मांगे। पति ने छह सौ रुपये देकर पत्नी को अस्पताल में भर्ती करने की गुहार लगाई। आरोप है कि स्टाफ नर्स ने गर्भवती को अस्पताल से निकाल दिया। गर्भवती ने गेट पर बच्चे को जन्म दिया। बाद में पुलिस के हस्तक्षेप पर प्रसूता को अस्पताल में भर्ती किया गया। मामले की शिकायत दलेलनगर पीएचसी के चिकित्साधिकारी से की गई। बुधवार को उसी स्टाफ नर्स का नया कारनामा सामने आया। आरोप है कि गर्भवती को अस्पताल में लाने वाली आशा ने जब उससे गांव में हो रहे टीकाकरण में जाने की बात कही तो वह उससे भिड़ गई। उसने आशा से अस्पताल में ही ड्यूटी करने की बात कही। इस पर आशा ने डॉक्टर से बात करने को कहा। आरोप है कि स्टाफ नर्स ने उसका मोबाइल जमीन पर फेंक दिया। चप्पलों से पीटना शुरू कर दिया। आशा व स्टाफ नर्स के बीच जमकर मारपीट हुई। किसी तरह लोगों ने बीच बचाव किया। इसके बाद सोशल मीडिया पर उनके बीच हुई पिटाई का किसी ने वीडियो वायरल कर दिया। हालांकि, मामले में आशा ने स्टाफ नर्स के खिलाफ कार्रवाई करने से मना किया है।

स्टाफ नर्स के खिलाफ कार्रवाई के लिए विधायक ने सीएमओ को पत्र लिखा

गर्भवती से रिश्वत मांगने के मामले में विधायक केसर सिंह गंगवार ने आरोपित स्टाफ नर्स के खिलाफ कार्रवाई के लिए सीएमओ को पत्र लिखा है। उधर, ग्रामीणों ने भी स्टाफ नर्स के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।