-फाइनल वसूलने के बाद ही दिया जाएगा एडमिट कार्ड

BAREILLY: आरयू ने फर्जी फॉर्म जमा करने वाले स्टूडेंट्स के एडमिट कार्ड को डिलीवर करने से रोक दिया है। ऐसा आरयू ने फेक फॉ‌र्म्स के फर्जीवाड़े पर लगाम लगाने के लिए नहीं किया है, बल्कि उन स्टूडेंट्स से फाइन वसूलने के लिए ऐसा किया गया है। आरयू ने कॉलेजेज से ऐसे स्टूडेंट्स से फाइन वसूल कर ड्राफ्ट के रूप में जमा करने के निर्देश दिए हैं। इसके बाद ही उन स्टूडेंट्स के एडमिट कार्ड जारी किए जाएंगे। फेक फॉ‌र्म्स के फर्जीवाड़े की जांच अब धीरे-धीरे ठंडे बस्ते में जाती दिखाई दे रही है। आरयू तो किसी भी तरह की कार्रवाई करने से पीछा छुड़ा रहा है। वहीं क्राइम ब्रांच की जांच भी ढीली पड़ गई है। उधर आरयू में अभी भी फेक प्राइवेट फॉ‌र्म्स का आना बदस्तूर जारी है।

ख्क् तक जमा करने होंगे फाइन

आरयू के रजिस्ट्रार केएन पांडेय ने बताया कि सभी कॉलेजेज को ख्क् फरवरी तक निर्धारित फीस का ड्राफ्ट यूनिवर्सिटी में जमा कराना होगा। उन्होंने बताया कि कॉलेजेज को फर्जी फॉर्म वाले स्टूडेंट्स की लिस्ट दे दी गई है। वे स्टूडेंट्स से ही फाइन वसूलेंगे। बीए, बीएससी और बीकॉम के फ‌र्स्ट और सेकेंड ईयर के स्टूडेंट्स से क्,फ्00 रुपए चार्ज किया जाएगा। वहीं थर्ड ईयर के स्टूडेंट्स से क्,800 रुपए। एमए एमएससी और एमकॉम के फ‌र्स्ट ईयर के स्टूडेंट्स से क्,म्00 रुपए और सेकेंड ईयर के स्टूडेंट्स से ख्,ख्00 रुपए चार्ज किया जाएगा।

जांच पड़ी ठंडी

फेक फॉ‌र्म्स के फर्जीवाड़े की जांच अब ठंडी पड़ती जा रही है। इंप्रूवमेंट एग्जाम में बड़ी संख्या में प्राइवेट स्टूडेंट्स द्वारा फेक फॉ‌र्म्स जमा करने का मामला पकड़ में आया था। म् हजार के करीब फेक फॉ‌र्म्स पकड़े गए थे। मामला खुलने के बाद से आरयू ने इंटरनल जांच कमेटी तो बिठाई ही साथ ही क्राइम ब्रांच भी इस मसले को कुदरने में लग गई। लेकिन अब पूरा मामले पर धूल पड़ती जा रही है। मेन एग्जाम्स के लिए भी फेक फॉ‌र्म्स आने का काम बदस्तूर जारी है। रजिस्ट्रार के अनुसार करीब हजार फेक फॉ‌र्म्स पकड़े गए हैं। आरयू उन पर पूरी तरह से लगाम लगाने के बजाय फाइनल लगाकर स्टूडेंट्स को छोड़ दे रही है। इस संबंध में ना तो क्राइम ब्रांच कोई ठोस सबूत इकट्ठा कर पाया और ना ही आरयू ने कोई कार्रवाई की है।