- 40 किलोमीटर के दायरे में ले जाने के एंबुलेंस संचालक ने वसूला पांच गुना ज्यादा किराया

- एसपी ट्रैफिक से हुई शिकायत तो कोतवाली पुलिस ने तीन के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर जेल भेजा

बरेली। प्रशासन द्वारा एंबुलेंस का किराया तय किए जाने के बावजूद एक एंबुलेंस संचालक ने मरीज को 40 किलोमीटर के दायरे में ही चार अस्पतालों में घुमाने के बदले पांच गुना ज्यादा किराया वसूल लिया। पीडि़त ने मामले की शिकायत कोतवाली पुलिस से की तो वह तुरंत ही सक्रिय हो गए। इसके बाद पुलिस ने जांच कर एंबुलेंस के संचालक, टेक्नीशियन समेत मालिक को भी हिरासत में लेकर उनके खिलाफ धोखाधड़ी समेत महामारी अधिनियम के तहत रिपोर्ट दर्ज कर ली। कार्रवाई के बाद तीनों आरोपियों को कोतवाली पुलिस ने जेल भेज दिया। उम्मीद है कि अब इस कार्रवाई के बाद अन्य एंबुलेंस संचालक लोगों से उगाही करने से पहले कई बार सोचेंगे।

किसी अस्पताल में नहीं मिला बेड

प्रेमनगर क्षेत्र के मोहल्ला जाटवपुरा निवासी जयनेंद्र सिंह ने बताया कि उनके पिता जयराज सिंह की ट्यूजडे दोपहर तबियत बिगड़ी थी। इसके बाद वह उन्हें रुहेलखंड मेडिकल कॉलेज से सिद्धि विनायक अस्पताल ले जाने के लिए एंबुलेंस से लेकर निकले थे। एंबुलेंस में वह उन्हें सिद्धि विनायक लेकर पहुंचे, लेकिन वहां उन्हें बेड नहीं मिला। वहां से वह उन्हें विनायक अस्पताल और फिर राजश्री मेडिकल कॉलेज ले गए। लेकिन यहां भी कहीं बेड उपलब्ध नहीं था। इसके बाद वह परेशान होकर पिता को वापस मिशन अस्पताल लाए और भर्ती करा दिया। इस दौरान एंबुलेंस चालक ने उनसे 15 हजार रुपये किराया वसूला।

एसपी ट्रैफिक से की शिकायत

जयनेंद्र ने इस मामले की शिकायत एसपी ट्रैफिक राम मोहन सिंह से की तो उन्होंने कोतवाली पुलिस को रिपोर्ट दर्ज करने और तत्काल कार्रवाई के आदेश दिए। एसपी ट्रैफिक के मुताबिक चार अस्पतालों में ले जाने के दौरान एंबुलेंस करीब 40 किलोमीटर चली, जिसका किराया करीब तीन हजार रुपये हुआ। लेकिन एंबुलेंस संचालक ने इससे पांच गुना ज्यादा 15 हजार रुपये किराया वसूला। पुलिस ने एंबुलेंस के नंबर के आधार पर उसके मालिक इज्जतनगर क्षेत्र की सिद्धार्थनगर कॉलोनी निवासी चंद्रशेखर उर्फ टीटू, चालक संजयनगर निवासी मुन्नू और एंबुलेंस टेक्नीशियन जगतपुर पनवडि़या निवासी जावेद को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया।

एसपी आरए ने किया जागरूक

मामले में जानकारी देते हुए एसपी आरए राजकुमार अग्रवाल ने एक वीडियो सोशल मीडिया पर जारी किया। इसमें उन्होंने घटना की जानकारी और पीडि़त से की गई वसूली की जानकारी दी। साथ ही कार्रवाई के बारे में भी बताया। उन्होंने कहा कि अगर इलाज या संसाधनों के नाम पर उनसे ज्यादा रकम वसूली जा रही है, तो इसकी शिकायत तुरंत यूपी 112 या फिर किसी पुलिस अधिकारी से करें। साथ ही कहीं भी कालाबाजारी की सूचना भी पुलिस को दें, जिससे धोखाधड़ी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जा सके।