बरेली: सैटरडे को बरेली में एक और इंस्पेक्टर को एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने सस्पेंड कर दिया। प्रेमनगर में पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गला दबाने आने के बावजूद भी तहरीर के इंतजार में डेढ़ महीने तक एफआईआर दर्ज नहीं की गई थी। प्रेम नगर थाना के इंस्पेक्टर पर हत्या की एफआईआर दर्ज न करने और रुपए लेकर मामला शेटलमेंट करने के आरोप पर यह कार्रवाई की गई है।

हत्या का केस दबाया

प्रेमनगर के भूड़ में अतुल गुप्ता की हत्या के मामले को भी पुलिस डेढ़ महीने तक दबाए बैठी रही। 18 अगस्त को अतुल गुप्ता की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गला दबाने आया था लेकिन पुलिस परिजनों की ओर से तहरीर न मिलने की बात कहकर एफआईआर दर्ज नहीं कर रही थी। जब एसएसपी ने इंस्पेक्टर प्रेमनगर को फोन करके पूछा तो उन्होंने यही जबाव दिया तो एसएसपी का पारा चढ़ गया। उन्होंने इंस्पेक्टर से साफ कहा कि जब गला दबाकर हत्या आया है तो एफआईआर पुलिस की ओर से क्यों दर्ज नहीं की गई। उसके कुछ घंटे बाद ही कानून गोयान चौकी इंचार्ज प्रदीप कुमार की तहरीर पर अज्ञात के खिलाफ मर्डर की एफआईआर दर्ज कर ली है। इस मामले में एसएसपी ने सीओ से पूरे मामले की जांच रिपोर्ट मंगाई थी। इस मामले में भी ढाई लाख रुपए में मामला शेटल करने की बात सामने आयी है।

हादसा, सुसाइड और फिर मर्डर

बता दें कि 17 अगस्त की रात करीब 9 बजे पुलिस को सूचना मिली कि भूड़ निवासी अतुल गुप्ता ने सुसाइड कर जान दे दी है। मौके पर जाकर जांच की बताया गया कि वह परसों किसी बात को लेकर झगड़ा हुआ था। वह दोपहर में घर वापस आए और करीब 4 बजे पंखे से फंदा लगाकर जान दे दी। उनके घुटने मुड़े हुए थे। उन्हें हॉस्पिटल लेकर गए लेकिन डॉक्टर्स ने मृत घोषित कर दिया। जिसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गला दबाने का मामला आया है, लेकिन उसके बाद रिपोर्ट ही दर्ज नहीं की गई।