- भर्ती में शामिल अभ्यर्थियों का होगा ऑन स्पॉट डॉक्यूमेंटेशन

- सेलेक्टेड अभ्यर्थियों के भी प्रमाण पत्रों की होगी दोबारा चेकिंग

BAREILLY:

सेना की फतेहगढ़ में हुई रैली में आए दिन सामने आ रहे फर्जीवाड़ा पर सेना के रिक्रूटमेंट ऑफिस की ओर से कई अहम बदलाव करने की कवायद किए जा रहे हैं, जिन्हें बरेली रीजन के सेना भर्ती कार्यालय की ओर से आगामी सेना की सीधी भर्तियों में अमल में लाया जाएगा। गौरतलब है कि भर्ती के दौरान अब तक करीब 28 से ज्यादा फर्जी डॉक्यूमेंट के जरिए सेना में भर्ती होने के खुलासे के बाद डॉक्यूमेंटेशन को और अधिक पारदर्शी बनाए जाने की योजना है। ताकि फिजिकल टेस्ट के बाद भर्ती में शामिल किए जाने वाले अभ्यर्थियों का ऑन स्पॉट डॉक्यूमेंटेशन किया जा सके।

ऑन स्पॉट होगा वैरिफिकेशन

आमतौर पर सीधी भर्ती रैली के दौरान फिजिकल टेस्ट होने के बाद सबसे लास्ट में डॉक्यूमेंट चेक किए जाते थे, जिसमें अभ्यर्थी की योग्यता संबंधी जानकारियां हासिल की जाती थीं। लेकिन उनकी वास्तविकता के बारे में जानकारी हासिल कर पाना नामुमकिन होता था, जो कि अब ऑन स्पॉट किया जाएगा। इसके लिए भर्ती कार्यालय की ओर से भर्ती के संबंधित जिलो के सभी गवर्नमेंट, प्राइवेट कॉलेजेज एवं स्कूलों के प्रिंसिपल एवं टीचर्स के नम्बर सेना अपने पास रखेगी। डॉक्यूमेंटेशन के दौरान खास तौर पर हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट के अभ्यर्थियों के मार्कशीट की जांच के लिए संबंधित कॉलेज के प्रिंसिपल से फोन के जरिए अभ्यर्थी की पूरी डिटेल पूछी जाएगी।

सेलेक्टेड अभ्यर्थियों का होगा डॉक्यूमेंटेशन

फतेहगढ़ में आयोजित भर्ती रैली में करीब 350 से ज्यादा अभ्यर्थियों को ट्रेनिंग पर भेज दिया गया है। ऐसे में लगातार मिल रहे फर्जी डॉक्यूमेंट केसेज के मद्देनजर सेना की ओर से हाल ही में ट्रेनिंग पर जा चुके सभी अभ्यर्थियों का रिवाइज डॉक्यूमेंटेशन किया जाएगा। उनकी मार्कशीट एवं अन्य प्रमाण पत्रों को प्रशासन के माध्यम से संबंधित जिलों एवं बोर्ड को भेजकर उसकी वास्तविकता चेक की जाएगी। वहीं, अगर कोई अभ्यर्थी फ्रॉजरी में लिप्त पाया गया तो उस पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।

यूं प्रकाश में आया मामला

पिछले थर्सडे को फतेहगढ़ में आयोजित सेना भर्ती के पासआउट कैंडिडेट को ट्रेनिंग पर भेजने के लिए बुलाया गया था। ऐसे में विभिन्न जिलों के अभ्यर्थियों से भर्ती अधिकारी ने उनके शैक्षिक प्रमाण पत्र समेत अन्य साक्ष्यों के बारे में पूछताछ की। जिस पर करीब 27 अभ्यर्थी कॉलेज एवं शैक्षिक प्रमाण पत्रों एवं प्राप्तांक के बारे में सही डिटेल नहीं दे पाए। डॉक्यूमेंट में फर्जीवाड़ा के आशंका के चलते उन्होंने कार्रवाई के लिए उच्चाधिकारियों को लेटर फारवर्ड कर दिया। बता दें कि इससे पूर्व भी फतेहगढ़ भर्ती में करीब दो केसेज में पूरी तरह दलालों के माध्यम से फर्जीवाड़ा का खुलासा हो चुका है।

फर्जी डॉक्यूमेंट के जरिए सेना में भर्ती होने वाले अभ्यर्थियों पर कार्रवाई की जा रही है। वहीं, आगामी भर्तियों में दलालों और फर्जीवाड़ा पर रोक लगाने के लिए और भी कई योजनाओं पर काम किया जा रहा है। अभ्यर्थियों को भी सचेत रहने की जरूरत है।

कर्नल राजीव दीक्षित, डायरेक्टर, एआरओ