फर्जी मेडिकल देने आया युवक बायोमैट्रिक में पकड़ा गया

सेना ने उसे दलाल के माध्यम से रुपए देने आए युवक को भी पकड़ा

BAREILLY: सेना भर्ती में फर्जीवाड़ा के मास्टर माइंड आदेश गुर्जर के पुलिस गिरफ्त में आने के बावजूद दलालों की सक्रियता कम नहीं हुई है। दलाल के इशारे पर मंडे को एक बार फिर डमी कैंडिडेट मेडिकल टेस्ट देने पहुंच गया। हालांकि, बॉयोमैट्रिक टेस्ट में वह दबोच लिया गया। इसके अलावा सेना ने एक अन्य युवक को भी ख्0,000 रुपए समेत पकड़ लिया, जो डमी कैंडिडेट को काम होने पर रुपए देने आया था। मामले में सेना के कंपनी कमांडर एमएच तरुण सिंह ने दोनों के खिलाफ कैंट थाना में एफआईआर दर्ज कराई है।

बायोमैट्रिक मशीन ने पकड़ा

सेना में भर्ती का मंडे को मिलिट्री हॉस्पिटल में मेडिकल चल रहा था। कंपनी कमांडर मिलिट्री हॉस्पिटल तरुण सिंह के अनुसार एक युवक कैंडिडेट संभल निवासी विनीत की जगह पर मेडिकल देने आया। उसने नाम और डिटेल विनीत की बताई, लेकिन वह बायोमैट्रिक टेस्ट में फेल हो गया। जब उससे कड़ाई से पूछताछ की गई तो उसने अपनी पहचान सिरवना खुर्द अलीगढ़ निवासी विष्णु कुमार के रूप में बताई।

बुलंदशहर का है दलाल

विष्णु ने बताया कि वह बुलंदशहर के दलाल सैली के कहने पर फर्जी मेडिकल देने आया था। इसके लिए उसे ख्0 हजार रुपए मिलने वाले थे। सैली ने उससे कहा था कि बरेली में ही मेडिकल के बाद उसे पैसे मिल जाएंगे। उसका मोबाइल नंबर राजीव नाम के युवक को दे दिया गया है। वही आकर रुपए दे देगा।

आवाज बदलकर पकड़ा

सेना वाले अभी विष्णु से पूछताछ कर ही रहे थे कि उसके पास एक युवक का फोन आया। सेना के जवान ने आवाज बदलकर उसका फोन सुना तो युवक ने कहा कि काम हो गया हो तो बाहर आ जाओ और अपने रुपए ले जाओ। इसके बाद अधिकारियों ने प्लानिंग कर बाहर खड़े युवक को धर दबोचा। युवक ने अपनी पहचान मैसिया शीशगढ़ निवासी राजीव बताई। जब उसकी तलाशी ली गई तो उसके पास से ख्भ् हजार रुपए नकद भी मिल गए। उसने पूछताछ में बताया कि उसे विष्णु का नंबर मेरठ के दलाल रविंद्र भाटी ने दिया था। इसी के तहत वह रुपए देने अाया था।

विनीत के गुप्तांग में है दिक्कत

विष्णु ने पूछताछ में बताया कि उसने एमए की पढ़ाई की है। उसके पिता किसान हैं। वह बेरोजगार है और नौकरी की तलाश कर रहा है। दलाल सैली ने उसे भी नौकरी दिलाने का वायदा किया था। उसने बताया कि वह विनीत को नहीं जानता था। सैली ने उसे विनीत की डिटेल बताई थी। विनीत के गुप्तांगों में प्राब्लम है, जिसके चलते उसे मेडिकल देने के लिए भेजा गया था। वहीं राजीव ने बताया कि वह हाईस्कूल पास है। उसके पिता भी किसान है। वह सेना के अधिकारियों को झूठ बोलकर गुमराह करने में लगा था। जांच में पता चला कि राजीव बरेली का ही रहने वाला है। वह विष्णु को पहले से नहीं जानता था। दोनों का फोन पर ही संपर्क हुआ था।

आदेश गुर्जर के बाद अभी भी बचे हैं दलाल

सेना भर्ती का मास्टर माइंड आदेश गुर्जर मेरठ में पकड़ा गया। आदेश के पकड़े जाने के बाद पुलिस को उम्मीद बंधी थी कि शायद कुछ दिनों तक फर्जीवाड़ा रुक जाए। लेकिन एक बार फिर से फर्जीवाड़ा सामने आ गया और दो युवक पकड़े गए। दोनों युवक अलग-अलग दलाल के संपर्क में थे। इससे एक बात तो साफ है कि सेना भर्ती में एक नहीं बल्कि कई दलाल एक्टिव हैं। ये दलाल पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मेरठ, बुलंदशहर, बरेली सहित कई जिलों में नेटवर्क बनाए हुए हैं।

सेना में भर्ती के लिए फर्जी मेडिकल कराने वाले युवक समेत दो युवकों को सेना ने पकड़ा है। दोनों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया है।

आरके धारीवाल, एसएचओ कैंट बरेली