- आरबीआई से कैश की जगह मिल रहा आश्वासन

- पिछले 22 दिन से बैंक्स में नहीं पहुंचा कैश

BAREILLY:

बैंक्स में कैश की किल्लत ने नौकरी पेशा और पेंशनर्स की मुसीबतें बढ़ा दी हैं। दो दिन से बैंक का चक्कर काटने के बावजूद फ्राइडे को लोग खाली हाथ ही घर लौटे। अभी तक एसबीआई मेन ब्रांच ने ही कैश की समस्या को संभाला था, लेकिन फ्राइडे को यहां भी कैश की कमी रही। जिस वजह से समस्या और गहरा गई। 24 हजार रुपए की जगह लोगों को 8 से 10 हजार रुपए ही दिए गये।

पहले दिन से कम बंटा कैश

दो दिन में जिले के बैंक्स में सिर्फ 61 करोड़ रुपए ही बांटे गए। फ्राइडे को थर्सडे के मुकाबले काफी कम कैश नौकरी पेशा और पेंशनर्स को बांटे गए। फ्राइडे को डिस्ट्रिक्ट के बैंक्स में मात्र 24 करोड़ रुपए ही बंटे। जबकि, थर्सडे को 37 करोड़ रुपए बांटे गए। एसबीआई मेन ब्रांच, पीएनबी, पीओबी सहित अन्य बैंकों में पेंशनर्स और नौकरी पेशा लोगों की लंबी लाइन लगी रही, लेकिन कैश नहीं होने से मैक्सिमम लोगों को कैश नहीं मिल सका। लिहाजा लोगों को खाली हाथ ही घर लौटना पड़ा।

पेंशनर्स की बढ़ी मुसीबत

सबसे अधिक प्रॉब्लम्स पेंशनर्स को हो रही है। 70-80 साल की एज में बैंक्स के दो दिन से चक्कर काट रहे हैं। ठंड में घर से बैंक आना उनके लिए परेशानियों का कारण बन गई है। बैंक आने और लंबी लाइन में लगने के बाद भी उनकी समस्या का हल नहीं निकल रहा। बैंक्स अधिकारी और कर्मचारी उन्हें आश्वासन तो दे रहे हैं, लेकिन कैश की कमी के आगे कोई ठोस उपाय नहीं निकाल पा रहे हैं। पिछले 22 दिनों से बैंकों में कैश नहीं पहुंचे हैं। एसबीआई मेन ब्रांच ने अपने पास जमा 180 करोड़ बांट चुका है। फ्राइडे को यहां भी कैश देर शाम तक खत्म हो गया।