-प्राइवेट यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट को साथी ने लगाया चूना

BAREILLY: प्राइवेट बैंक में क्लर्क की जॉब के नाम पर प्राइवेट यूनिवर्सिटी के छात्र से ठगी का मामला सामने आया है। ठग ने छात्र को अपने मामा से बैंक में मैनेजर बनकर मिलवाया था। कई महीने बाद भी ज्वॉइनिंग लेटर नहीं मिला तो उसे शक हुआ। अब दोनो ठग मामा-भांजे फरार हो गए हैं। छात्र ने बारादरी थाना में तहरीर दी है।

22 हजार रुपए दिए थे

बीसलपुर के पचपेड़ा निवासी राजीव कुमार वर्मा इंवर्टिस यूनिवर्सिटी से बीएससी बॉयोटेक की पढ़ाई कर रहा है। वह बारादरी के आजाद में किराए पर कमरा लेकर रहता है। दिसंबर 2017 में उसकी पहचान अनुराग मिश्रा नाम के युवक से हुई। दोस्ती होने पर उसने बताया कि उसके मामा नवाबगंज स्थित एक निजी बैंक के मैनेजर हैं। वह रुपए लेकर नौकरी लगवा देते हैं। 17 जनवरी 2018 को अनुराग ने उसे अनुज मिश्रा निवासी शाहजहांपुर जलालाबाद से मिलाया। अनुज ने बताया कि वह नवाबगंज स्थित निजी बैंक में मैनेजर हैं। यदि वह रुपए खर्च करे तो अपनी शाखा में क्लर्क की नौकरी दिला देंगे, जिसके बाद राजीव ने उन्हें 22 हजार रुपए दिए। बाकी तीन हजार नियुक्ति पत्र के बाद देने के लिए कहा। कई महीने बीतने और दबाव बनाने पर अनुराग ने बताया कि नौकरी किसी और को मिल गई है। वह उसके रुपए वापस लौटा देगा। उसके बाद से अनुराग ने फोन उठाना बंद कर दिया। वह अनुराग को खोजते हुए उसके किराए वाले रूम पर पहुंचा तो पता चला कि कुछ दिन पहले उसने कमरा छोड़ दिया है।