-सिटी में एक के बाद एक चौराहों पर लगे ट्रैफिक सिग्नल हो रहे खराब

-पहले अयूब खां, फिर चौपुला और अब चौकी चौराहा की रेड लाइट हुई बंद

BAREILLY: एक और जहां इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम के तहत ट्रैफिक सिस्टम को हाईटेक बनाया जा रहा है, लेकिन दूसरी ओर बरेली में ट्रैफिक सिस्टम एक के बाद एक फेल होते जा रहे हैं। बरेली में इस साल की शुरुआत में लगी ट्रैफिक सिग्नल एक के बाद एक खराब होते जा रहे हैं। पहले अयूब खां चौराहा, फिर चौपुला चौराहा और अब चौकी चौराहा की ट्रैफिक लाइट 15 दिनों से अधिक बंद पड़ी है। इसके लिए ट्रैफिक रेड लाइट्स बंद होने के लिए ट्रैफिक पुलिस और नगर निगम के साथ-साथ पब्लिक भी जिम्मेदार हैं। क्योंकि पब्लिक भी रेड सिग्नल होने के बावजूद इसे जंप कर वाहन निकालने की कोशिश करती है और फिर जाम लग जाता है।

4 चौराहों पर लगे थे सिग्नल्स

सिटी में चार जगह नगर निगम की ओर से 4 चौराहों पर ट्रैफिक लाइट लगाई गई थी। इसमें सैटेलाइट, अयूब खां चौराहा, चौकी चौराहा और चौपुला चौराहा हैं। सैटेलाइट और चौकी चौराहा पर ट्रैफिक सिग्नल अच्छी तरह से रन भी कर रहा था लेकिन अयूब खां और चौपुला चौराहा पर शुरु से ही प्राब्लम आनी शुरू हो गई थीं । जिसके बाद एक-एक करके तीन सिग्नल लाइट बंद हो चुकी हैं।

बरसात में खराब हुई चौकी चौराहा की लाइट

चौकी चौराहा की लाइट को ट्रैफिक पुलिस अच्छी तरह से रन करा रही थी। यहां पर ट्रैफिक पुलिस की मौजूदगी मे सिग्नल को फॉलो भी कर रहे थे लेकिन करीब 15 दिन पहले तेज बरसात में सिग्नल सिस्टम खराब हो गया। इसे ठीक कराने के लिए नगर निगम से भी ट्रैफिक पुलिस की ओर से कहा गया लेकिन अभी तक इस प्राब्लम को दूर नहीं किया जा सका है।

रोटरी और कब्जे की वजह से बंद हुई लाइट

अयूब खां चौराहा की लाइट कुछ ही दिन चल पाई। यहां की लाइट बंद होने की मेन वजह रोटरी का बड़ा होना और चौराहों के चारों और सड़कों पर अवैध रूप से वाहनों का कब्जा होना भी है। ट्रैफिक पुलिस और नगर निगम कब्जा हटा नहीं सकी। जब भी यहां से सिग्नल से ट्रैफिक चलाया गया तो जाम लग गया जिसके बाद यहां भी मैनुअल सिस्टम फिर से चालू कर ि1दया गया।

रोड पर कब्जे से बंद हुआ सिग्नल

चौपुला चौराहा की लाइट के बंद होने की वजह भी किला की ओर से आने वाली सड़क पर आटो, टैंपो व दुकानदारों का कब्जा होना है। इसके अलावा चौपुला पुल से उतरकर भी ट्रैफिक इधर पहुंचता है। जिससे संकरी सड़क पर ट्रैफिक का दबाव बढ़ जाता है। ट्रैफिक के दबाव को कम करने के लिए सिग्नल ओपन के टाइमिंग में भी बदलाव किया गया लेकिन बाद में इसे भी मैनुअल छोड़ दिया गया।

अलग-अलग चौराहों के ट्रैफिक सिग्नल बंद होने की अलग-अलग वजहें हैं। इन वजहों को दूर करने के लिए आईटीएमएस की टीम से बात की जा रही है।

ओपी यादव, एसपी ट्रैफिक बरेली