-2011 से कॉलेज ने नहीं कराया रजिस्ट्रेशन का नवीनीकरण

-काउंसिल ने कॉलेज को दी 15 दिन की मोहलत

क्चन्क्त्रश्वढ्ढरुरुङ्घ

बीबीसी को बार काउंसिल ऑफ इंडिया(बीसीओआई) के रजिस्ट्रेशन का रिन्यूअल न कराना काफी महंगा पड़ गया। बीसीओआई ने कॉलेज मैनेजमेंट पर 15 लाख का जुर्माना लगाया है। साथ ही कॉलेज मैनेजमेंट को 15 दिन का समय दिया है। इसके अलावा हिदायत दी है कि कॉलेज ने जुर्माना जमा नहीं किया, तो कॉलेज की लॉ की डिग्री को अवैध करार दिया जाएगा। जिसके बाद बीसीबी के लॉ के स्टूडेंट कहीं भी वकालत नहीं करा पाएंगे।

2011 से नहीं कराया रिन्यूवल

बीसीबी ने 2011 से बीसीओआई से रजिस्ट्रेशन का रिन्यूवल नहीं कराया। हैरत की बात यह है कि बीसीबी बिना रिन्यूअल के पांच तक लॉ की क्लासेज में स्टूडेंट्स के एडमिशन करता रहा। लास्ट ईयर जब बीसीओआई ने बीसीबी को लेटर भेजा, जिसमें लिखा था कि कॉलेज ने रजिस्ट्रेशन का रिन्यूवअल नहीं कराया है। इससे कॉलेज एडमिनिस्ट्रेशन में खलबली मच गई। आनन-फानन में लाइसेंस के रिन्यूअल की तैयारी शुरू हुई, लेकिन कुछ दिनों के बाद कॉलेज ने मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया। लास्ट मंथ जब बीसीबी के लॉ के स्टूडेंट बीसीओआई में रजिस्ट्रेशन कराने गए, तो उसने रजिस्ट्रेशन करने से मना कर दिया। काउंसिल ने डिग्री को अवैध करा दिया। प्रिंसिपल डॉ। सोमेश यादव का कहना है कि कॉलेज दो लाख रुपए पहले जमा कर चुका है। जल्दी की बाकी के जुर्माने की राशि को जमा कर दिया जाएगा, ताकि स्टूडेंट्स के भविष्य को बचाया जा सके।