-भैंस चोरी के दौरान विरोध करने पर मारी थी गोली

-मां-बेटे के साथ लूट के बाद पुलिस पर भी की थी फायरिंग

BAREILLY: क्राइम ब्रांच के हत्थे चढ़े छैमार गैंग ने ही 3 अक्टूबर को शाही में भैंस चोरी का विरोध करने पर देवदत्त की गोली मारकर हत्या की थी। इस गैंग ने भैया दूज की शाम को आंवला में मां-बेटे के साथ लूट की वारदात को अंजाम दिया था और पीछा करने पर पुलिस व ग्रामीणों पर फायरिंग की थी। पुलिस की रायफल न चलने के कारण बदमाश फरार हो गए थे। अब पुलिस ने गैंग लीडर समेत 3 बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया है। गैंग के 4 मेंबर फरार चल रहे हैं। बदमाशों की गिरफ्तारी से कई वारदातों का खुलासा हुआ है।

कई वारदातों को दिया अंजाम

एसएसपी जोगेंद्र कुमार ने प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि पुलिस गिरफ्त में आए बदमाशों की पहचान गैनी अलीगंज निवासी इकबाल, अली बहादुर और महेंद्र उर्फ मेहर हसन के रूप में हुई है। तीनों मूलरूप से बदायूं के रहने वाले हैं। इकबाल गैंग लीडर है। वहीं उनके साथी वजीरगंज बदायूं निवासी फिरासत उर्फ भिखारी व हसन बिहारी, दातागंज बदायूं निवासी हनीफ और चरन कश्यप हैं। इकबाल और हनीफ के खिलाफ बदायूं में ही लूट, डकैती और मर्डर के 11-11 मुकदमें दर्ज हैं। बदमाश विशारतगंज और अलीगंज की तीन वारदातों में वांटेड चल रहे थे। बदमाशों ने बरेली, बदायूं, रामपुर, कन्नौज, बुलंदशहर, रूद्रपुर, हरिद्वार, व अन्य जगहों पर वारदातों को अंजाम दिया है।

गोली मारकर की थी हत्या

पुलिस पूछताछ में बदमाशों ने बताया कि 1 नवंबर की शाम को उन्होंने आंवला थाना अंतर्गत रेवती रेलवे स्टेशन के पास सुचित कुमार और उसकी मां सुनीता से 21 रुपए नकद, और ज्वैलरी लूट ली थी। बदमाशों ने उन पर लोहे की रॉड से हमला बोल दिया था। जब गांव वालों को सूचना मिली थी तो उन्होंने पुलिस को सूचना देकर पीछा किया था। पीछा करने के दौरान बदमाशों ने फायरिंग कर दी थी। जिसके बाद पुलिस ने जवाब में रायफल से फायरिंग करने की कोशिश की थी, लेकिन रायफल चली नहीं थी। इसके अलावा 3 अक्टूबर को बदमाशों ने शाही के सब्जीपुर गांव में भैंस चोरी की थी। जागने पर उन्होंने देवदत्त को गोली मार दी थी, जिससे उसकी इलाज के दौरान मौत हाे गई थी।

बस से जाते थे वारदात करने

पुलिस पूछताछ में बदमाशों ने बताया कि वह बस से ही अपने घर से निकलते थे और दूसरे एरिया में जाकर रेकी करते थे। उसके बाद वारदात को अंजाम देने के बाद भी बस में किराया देकर अपने घरों में पहुंच जाते थे। बदमाश जिस भी एरिया में वारदात को अंजाम देने जाते थे, वहां बस से ही जाते थे। बदमाशों के पास से दो हजार रुपए कैश, तीन तमंचा और लूटी हुई ज्वैलरी बरामद हुई है।