-गरीबरथ एक्सप्रेस में घायल मुसाफिर की सूचना पर पहुंची जीआरपी-आरपीएफ

- गलत कोच की जानकारी से नहीं मिला इलाज, ट्रेन रवाना हुई तो पकड़ी चूक

BAREILLY: रेलवे की जरा सी लापरवाही के चलते तमाम व्यवस्था के बावजूद जंक्शन पर घायल एक मुसाफिर को इलाज नहीं मिल सका। संडे को अमृतसर से सहरसा जाने वाली 12204 गरीबरथ एक्सप्रेस में घायल मुसाफिर को समय रहते इलाज न दिया जा सका। ट्रेन के जंक्शन छोड़ने पर मालूम हुआ कि गलत कोच में घायल मुसाफिर की तलाश की जा रही थी। घायल मुसाफिर को शाहजहांपुर स्टेशन पर ट्रेन रोककर इलाज देने की बात कही गई। पूरे मामले में कंट्रोल रूम से मिले मेसेज में गलत कोच नम्बर लिखने की मानवीय चूक पकड़ में आई। रेलवे की इस चूक से घायल मुसाफिर को इलाज के लिए घंटों तड़पना पड़ा।

घायल जे-1 में राहत जी-1 में

संडे शाम 4.10 बजे कंट्रोल रूम से सूचना मिली कि ट्रेन के जे-1 कोच की 22 बर्थ पर कन्हैया नाम के एक मुसाफिर सिर पर अटैची गिरने से घायल हो गया है। कंट्रोल रूम से सूचना मिलते ही मेमो जीआरपी-आरपीएफ व रेलवे क्लिनिक को भेज दिया गया। लेकिन मेमो में कोच जे-1 की जगह जी-1 लिख गया। ट्रेन के शाम 4.20 बजे प्लेटफॉर्म 1 पर पहुंचते ही आरपीएफ, जीआरपी व रेलवे डॉक्टर मौके पर पहुंच गए। कोच जी-1 की बर्थ 22 पर घायल कन्हैया को पूछा गया तो दिल्ली से मुजफ्फरपुर जा रहे मुसाफिर ने अपना नाम नीरज निवासी शेखपुर ढाब अहियापुर बताया। इस पर गलत जानकारी मान जीआरपी-आरपीएफ स्टाफ ट्रेन से उतर गया।

सप्तक्रांति में भी बीमार मुसाफिर

संडे को बरेली जंक्शन से नानॅस्टॉप गुजरने वाली सप्तक्रांति सुपरफास्ट में भी एक बीमार मुसाफिर की सूचना कंट्रोल रूम से भेजी गई। आनंदविहार से मुजफ्फरपुर जाने वाली ट्रेन 12558 में गोरखपुर निवासी रणविजय सिंह एस-5 की बर्थ 19 पर सवार थे। ट्रेन के मुरादाबाद क्रॉस करते ही मुसाफिर की तबियत बिगड़ने लगी। साथी मुसाफिरों ने कंट्रोलरूम को सूचित किया। मेमो मिलते ही जीआरपी इंस्पेक्टर सुनील दत्त खुद मौके पर पहुंचे। रनथ्रू ट्रेन को बरेली जंक्शन पर रोका गया। मुसाफिर गंभीर रूप से वायरल फीवर से पीडि़त था। हालत गंभीर होने पर मुसाफिर को डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया।