-प्रेमी के साथ भागी थी नाबालिग छात्रा, प्रेमी व उसका पिता गया जेल

-आखिर कहां लेकर जाए आठ माह के गर्भ में पल रहे बच्चे को छात्रा

BAREILLY: बारहवीं की छात्रा जिंदगी के ऐसे चौराहे पर खड़ी हो गई है कि उसके साथ उसके पेट में पल रही प्यार की निशानी की जिंदगी भी दांव पर लग गई है। जिस प्रेमी की निशानी उसके पेट में है उसके साथ अब वह जा नहीं सकती और परिजन उसे अपनाने के लिए राजी नहीं हैं। परिजन घर लेने को राजी भी हो जाते हैं तो उसके पेट में पल रहे बच्चे का क्या होगा। पुलिस ने उसके कोर्ट में बयान करा दिए हैं लेकिन फ्राइडे को चाइल्ड वेलफेयर कमेटी के आदेश के बाद ही डिसाइड हो सकेगा कि उसकी जिंदगी किस रास्ते पर जाएगी। उसकी दर्दनाक प्यार भरी कहानी सुनकर सुभाषनगर थाना पुलिस भी हैरान है लेकिन कानून के आगे वह भी बेबस है।

बिरादरी बनी प्यार में रोड़ा

सुभाषनगर के करगैना की रहने वाली बारहवीं की छात्रा ठाकुर बिरादरी की है। उसके दादा सरकारी ऑफिस में जॉब करते हैं। उसके पड़ोस में रहने वाला राहुल कश्यप है। दोनों के बीच में करीब ढाई साल से प्रेम संबंध चल रहा है। ऊंची बिरादरी के डर के चलते उसने अपने घर वालों को कुछ नहीं बताया। जबकि लड़के ने अपने परिजनों को सारी बात बता दी। छात्रा पर प्यार का बुखार ऐसा चढ़ा कि उसने राहुल के साथ भागकर शादी करने का मन बना लिया।

प्यार के लिए छोड़ा घर बार

पुलिस के मुताबिक 12 मई 2016 को छात्रा घर से प्रेमी के साथ फरार हो गई। लड़की के पिता ने आरोपी राहुल व उसके पिता बब्लू के खिलाफ बहला-फुसलाकर अपहरण का मुकदमा दर्ज करा दिया। घर से भागने के बाद दोनों दिल्ली पहुंचे और वहां पर किराये पर कमरा लेकर रहने लगे। दोनों ने मंदिर में शादी भी कर ली। पुलिस को सूचना मिली तो पुलिस ने 18 जुलाई को दोनों को बरामद कर लिया। पुलिस ने 19 जुलाई को राहुल और उसके पिता बब्लू को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।

चाइल्ड वेलफेयर कमेटी करेगी फैसला

पुलिस ने छात्रा को मेडिकल के लिए भेजा लेकिन उसने मेडिकल कराने से इनकार कर दिया। छात्रा ने पुलिस को बताया कि वह आठ माह की गर्भवती है। जिसके बाद डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल के डॉक्टर्स ने उसका अल्ट्रासाउंड कराकर भी चेक किया। 20 जुलाई को छात्रा के पुलिस ने कोर्ट में बयान कराए। 21 जुलाई को उसे फिर से कोर्ट में पेश किया गया। जिसके बाद कोर्ट ने उसे चाइल्ड वेलफेयर कमेटी के सामने पेश करने का आदेश दिया। अब पुलिस उसे फ्राइडे को कमेटी के सामने पेश करेगी और फिर कमेटी के आदेश पर आगे की कार्रवाई होगी।

छात्रा को बरामद किया गया तो पता चला कि वह प्रेगनेंट है। उसे कोर्ट में पेश किया गया। अब उसे चाइल्ड वेलफेयर कमेटी के सामने पेश किया जाएगा। जो भी आदेश होगा उसके आधार पर कार्रवाई होगी।

प्रवीन कुमार, आईओ