बरेली (ब्यूरो)। लोकसभा चुनाव की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। प्रत्याशियों की तैयारियां भी अंतिम चरण पर हैं। बरेली और आंवला लोकसभा में तीसरे चरण में चुनाव होना है। इसके लिए 12 अप्रैल से नॉमीनेशन होना है। लेकिन किसी भी प्रत्याशी के लिए यह प्रॉसेस आसान नहीं होती है। जितनी मेहनत चुनाव लडऩे के लिए होती है, उतनी ही तैयारियां प्रत्याशियों को नॉमिनेशन के लिए करनी होती हैं। इसके लिए तमाम दस्तावेज रिटर्निंग ऑफिसर के सामने पेश करने होते हैं। रिटर्निंग ऑफिसर की जांच में किसी भी दस्तावेज में जानकारी गलत निकलती है तो नॉमिनेशन कैंसिल कर दिया जाता है। ऐसे में नॉमनेशन प्रॉसेस की पूरी जानकारी होना काफी अहम है।

ऐसे होता है डिक्लेअर
नामांकन की प्रक्रिया में सबसे पहले उम्मीदवार चुनाव में रजिस्टर करते हैं। उसमें वह दावा करते हैं कि वह चुनाव लडऩे के लिए पूरी तरह से योग्य उम्मीदवार है। इसको साबित करने के लिए उम्मीदवार की ओर से कुछ प्रमाण पत्र जमा कराए जाते हैं। उम्मीदवार शपथ पत्र में दी गई जानकारी को सही होना का दावा करता है और इसकी जिम्मेदारी भी स्वयं लेता है। इसकी पूरी जांच पड़ताल की जाती है। जानकारी सही पाए जाने पर उम्मीदवार को प्रत्याशी घोषित कर दिया जाता है।

18 तक नॉमिनेशन
12 अप्रैल से शुरू होने वाला नामांकन 18 अप्रैल तक चलेगा। इसके बाद तीन दिन तक आपत्तियों की जांच पड़ताल की जाएगी। 22 अप्रैल को नामांकन वापसी की तारीख है। बता दें कि कई बार प्रत्याशी नामांकन दाखिल करने के बाद नाम वापस भी ले लेते हैं। इसके लिए उम्मीदवार की ओर से शपथ पत्र दिया जाता है। चुनाव आयोग ने इसके लिए तारीख तय कर दी है। इस दिन नाम वापस लिया जा सकता है। नाम वापस लेने के बाद फिर उम्मीदवार चुनाव नहीं लड़ सकता है।

ये जमा होंगे दस्तावेज
-जाति प्रमाण पत्र
-मूल निवास प्रमाण पत्र
-पेन कार्ड
-आधार कार्ड
-पासपोर्ट साइज फोटो
-अपराधिक मुकदमों की लिस्ट
-चल-अचल संपत्ति का ब्योरा
-पत्नी और बच्चों के आय-व्यय और लोन से जुड़ी जानकारी