-कॉलेज कैंपस में वाहन खड़ा होने पर भड़के एबीवीपी सदस्य

-सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे प्राचार्य और चीफ प्रॉक्टर

-घटना के बाद भी तैनात नहीं हुई पीएसी

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BAREILLY

समय रहते बीसीबी नहीं चेता और वही हो गया, जिसका डर था। ट्यूजडे को बीसीबी में बवाल हुआ। परीक्षा समय में कॉलेज कैंपस में सपा नेता की गाड़ी खड़ी होने पर एबीवीपी के छात्रनेता भड़क गए। सूचना मिलते ही प्राचार्य और चीफ प्रॉक्टर मौके पर पहुंच गए। उन्होंने कैंपस में खड़ी गाड़ी को बाहर कराया, तब जाकर एबीवीपी के लोग श्ांत हुए।

बीएड डिपार्टमेंट में खड़ा था वाहन

बरेली कॉलेज में ट्यूजडे को पहली, दूसरी और तीसरी पाली में बीएससी जूलॉजी, फिजिक्स और एंवॉयरमेंट साइंस का पेपर था। दूसरी पाली के दौरान सपा नेता गजेन्द्र यादव की कार बीएड डिपार्टमेंट में खड़ी थी। साथ ही कुछ स्टूडेंट्स इसमें बैठे हुए थे। जिसक एबीवीपी के छात्र नेता अभय सिंह चौहान, रवि गोला, आकाश ने इसका विरोध किया। उन्होंने चीफ प्रॉक्टर डॉ। अजय कुमार शर्मा को फोन पर डिपार्टमेंट में वाहन खड़े होने सूचना दी। चीफ प्रॉक्टर मौके पर पहुंच पाते, इससे पहले प्राचार्य डॉ। सोमेश यादव मौके पर पहुंच गए। उन्होंने छात्र नेताओं को हड़काया। साथ ही, कैंपस से जाने को कहा। इस पर एबीवीपी के छात्र नेताओं ने आपत्ति जताई। उसने कहा कि कॉलेज एडमिनिस्ट्रेशन भेदभाव कर रहा है। वह सपा नेताओं को छूट दे रखी है, इसी बात को लेकर छात्रनेताओं की नोकझोंक हो गई। तभी चीफ प्रॉक्टर मौके पर पहुंच गए। उन्होंने डिपार्टमेंट में खड़े वाहन को बाहर करवाया। साथ ही छात्र नेताओं को पेपर के दौरान कॉलेज में नहीं आने की हिदायत दी। वहीं सूचना मिलते ही एसपी सिटी समीर सौरभ भी मौके पर पहुंच गए। उन्होंने परीक्षा की सुचिता बनाए रखने के लिए और पुलिस बल बढ़ाने के अादेश दिए।

नहीं तैनात हुई पीएसी

बीसीबी ने पेपर शुरू होने के तीन दिन तक पीएसी तैनात रही। इस कारण परीक्षा में कोई विवाद नहीं हुआ। पीएसी के हटते ही सैटरडे को बीसीबी में मारपीट हो गई। मंडे को भी माहौल बिगड़ते-बिगड़ते बचा। हालांकि प्राचार्य डॉ। सोमेश यादव ने हस्तक्षेप कर मामला संभाल लिया था। लेकिन बीसीबी नहीं चेता और पीएसी तैनात नहीं की।

वर्जन

पेपर समय में अराजकतत्वों को कॉलेज कैंपस में नहीं घुसने दिया जाएगा, ताकि परीक्षा की सुचिता बनी रहे। कैंपस में कुछ छात्र खड़े थे। उन्हें हटने को कह दिया, इसी पर छात्र नाराज हो गए।

डॉ। सोमेश यादव, प्रिसिंपल