- एक हफ्ते बाद ढहेगा अवैध हॉस्पिटल

-मिनी बाईपास रोड स्थित दिवाकर हॉस्पिटल को ढहाने पहुंची बीडीए टीम

-बिना नक्शा पास कराए हॉस्पिटल शुरू, मरीजों की शिफ्टिंग के बाद कार्रवाई

BAREILLY: मेडिकल हब बरेली में नियमों को ताक पर रखकर अवैध हॉस्पिटल में मरीजों का इलाज करने का धंधा शुरू हो गया है। बीडीए की परमिशन लिए बिना और बगैर नक्शा पास कराए हॉस्पिटल का अवैध निर्माण कराने का मामला उजागर हुआ है। मिनी बाईपास रोड स्थित दिवाकर हॉस्पिटल ने बीडीए से नक्शा पास कराए बिना न सिर्फ अवैध निर्माण खड़ा कर दिया। बल्कि यहां मरीजों को एडमिट कर इलाज देने की व्यवस्था भी शुरू हो गई। थर्सडे को बीडीए की टीम पुलिस फोर्स की मदद से अवैध हॉस्पिटल को ढहाने पहुंच गई तो हंगामा हो गया। हॉस्पिटल स्टाफ ने टीम के पहुंचते ही विरोध शुरू कर दिया। हॉस्पिटल गिराने की खबर होते ही मरीजों के तीमारदारों में भी हड़कंप मच गया। इमरजेंसी व आईसीयू में चल रहे मरीजों के इलाज को देखते हुए बीडीए ने फिलहाल हॉस्पिटल की डिमोलिशन की कार्रवाई को अगले एक हफ्ते का समय देकर लिए रोक दिया है।

पहले भी टल गइर् कार्रवाई

करीब 225 गज पर बने दिवाकर हॉस्पिटल में इसी साल अप्रैल से मरीजों को इलाज देने की शुरुआत हुई। अवैध निर्माण पर बीडीए की ओर से हॉस्पिटल का चालान कराने के साथ ही मुकदमा दर्ज कराकर सीलिंग की कार्रवाई भी की जा चुकी है। बीडीए की ओर से जुलाई में भी हॉस्पिटल को ढहाने की कार्रवाई की तैयारी हो चुकी थी। लेकिन पुलिस फोर्स न मिलने से हॉस्पिटल का अवैध निर्माण न गिराया जा सका। हॉस्पिटल प्रशासन की ओर से इस बीच कोर्ट में अपील दायर की गई। बीडीए अधिकारियों के मुताबिक वेडनसडे को भी हॉस्पिटल की ओर से डिमोलिशन की कार्रवाई रोकने को अपील की गई, जो खारिज हो गई। जिसके बाद थर्सडे को बीडीए टीम हॉस्पिटल ढहाने जेसीबी और पुलिस फोर्स लेकर सुबह 10 बजे पहुंच गई।

आईएमए मेंबर्स-विधायक पहुंचे

बीडीए टीम के दिवाकर हॉस्पिटल ढहाने की खबर मिलते ही आईएमए के मेंबर्स भी मौके पर पहुंच गए। आईएमए प्रेसीडेंट डॉ। रवीश अग्रवाल व जनरल सेक्रेटरी डीपी गंगवार समेत कई डॉक्टर्स मौके पर पहुंचे और हॉस्पिटल ओनर डॉ। जीआर दिवाकर से मुलाकात की। इस दौरान एसीएम थर्ड अर्चना द्विवेदी, बीडीए डिप्टी सेक्रेटरी अजय कुमार और सीओ थर्ड आकाश तोमर की मौजूदगी में बीडीए टीम ने हॉस्पिटल के अंदर का मुआयना किया। इसके बाद बंद कमरे में डॉक्टर्स के साथ पुलिस-बीडीए अधिकारियों की करीब एक घंटे तक बातचीत हुई। इस दौरान ही पीलीभीत के पूरनपुर के विधायक भी डॉ। दिवाकर से मिलने दल-बल के साथ पहुंचे।

नए मरीजों के इलाज पर रोक

हॉस्पिटल ढहाने की कार्रवाई को एक हफ्ते तक टालने के बाद बीडीए अधिकारियों ने हॉस्पिटल स्टाफ से एडमिट मरीजों की संख्या नाम सहित मांग ली। हॉस्पिटल स्टाफ ने इमरजेंसी में 4 व आईसीयू में 6 मरीज समेत कुल 28 मरीजों की रिपोर्ट दी। इस दौरान प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में बीडीए डिप्टी रजिस्ट्रार ने हॉस्पिटल में नए मरीजों को एडमिट कर इलाज देने पर रोक लगाई। साथ ही अगले एक हफ्ते में एडमिट मरीजों को अन्य हॉस्पिटल में शिफ्ट करने के निर्देश दिए। वहीं पूरी कार्रवाई के दौरान हॉस्पिटल में एडमिट मरीजों को दिक्कत न हुई। वहीं परिजनों ने भी परेशानी न होने की बात कही।

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