यह भी जानें

-1180 पेशेंट मंडे को डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल की ओपीडी में पहुंचे

-120 पेशेंट फीमेल हॉस्पिटल की ओपीडी में पहुंचे

-1 घंटा देरी से पहुंचे फीमेल हॉस्पिटल की ओपीडी में डॉक्टर

-5वें अनलॉक में शासन ने शुरू कराई थी ओपीडी

- 8 बजे सुबह से शुरू हुई ओपीडी

- कोरोना से बचाव की गाइडलाइन हुई तार-तार

- फीमेल हॉस्पिटल देर से आए बच्चों के डॉक्टर, मरीज हुए परेशान

बरेली : कोरोना संक्रमण को देखते हुए छह महीने के बाद शासन के आदेश पर कुछ दिनों पहले ही जिला अस्पताल में ओपीडी शुरू की गई थी। आमजन तक जानकारी न होने पर ओपीडी खुलने के पहले दिन कम लोग ही दिखाई दिए थे लेकिन मंडे को ओपीडी में कोरोना काल के बाद रिकॉर्ड 1180 मरीज इलाज को आएं। ओपीडी खुलने के साथ ही अस्पताल में ओपीडी के साथ पैथलॉजी जांच और दवा वितरण काउंटर पर भी खासी भीड़ नजर आई। हालांकि जिला अस्पताल के डाक्टरों का कहना है कि कोरोना काल से पहले ओपीडी में एक हजार के करीब ही मरीज आते थे। लोगों तक जानकारी पहुंचने के बाद मरीजों की संख्या एक बार फिर बढ़ रही है।

फीवर के पेशेंट्स अधिक

कोरोना संक्त्रमण रोकने के लिए जिला अस्पताल की ओपीडी कुछ समय के लिए स्थगित कर दी गई थी। अनलाक-5 में शासन ने ओपीडी शुरू करने का आदेश जारी कर दिया था। वहीं संडे के बाद खुली ओपीडी में बुखार के साथ ही आंखों, टीबी, चर्म रोगियों के साथ ही बच्चों और हृदयरोगी इलाज को पहुंचे। सुबह करीब 8 बजे से ओपीडी शुरू हुई। वहीं कुछ डाक्टर कमरे में ना मिलने से मरीजों ने नाराजगी जताई। एसीएमएस डॉ। एके गौतम ने बताया कि ओपीडी में सामान्य मरीजों का इलाज किया गया है। इसके अलावा संक्त्रमण के खतरे को देखते हुए आने वाले मरीजों की स्क्रीनिंग भी कराई जा रही है। इसके साथ ही आने वाले मरीजों और तीमारदारों को मास्क और सामाजिक दूरी का पालन कराने के लिए भी कहा जा रहा है।

फीमेल हॉस्पिटल में देरी से आए डॉक्टर

डिस्ट्रिक्ट फीमेल हॉस्पिटल में बच्चों के डॉक्टर किसी आवश्यक कार्य के चलते देरी से आए जिस कारण मरीजों को ओपीडी टाइमिंग से एक घंटे का लंबा इंतजार करना पड़ा हालांकि फीमेल हॉस्पिटल में मंडे को ओपीडी में 120 मरीज पहुंचे।