- नॉवेल्टी बस स्टेशन पर अचानक 3 घंटे रोकी गई परिवहन निगम की बसें

- पहले से जानकारी दिए बगैर बसें रोके जाने पर मुसाफिरों का हंगामा

>BAREILLY: भाजपा की परिवर्तन रैली में रूट डायवर्जन की प्लानिंग में बनाने में पुलिस-प्रशासन फेल हो गया। यही वजह रही कि अचानक जारी हुए फरमान के बाद पुराना बस अड्डा से परिवहन निगम की बसों को बाहर निकलने पर रोक लगा दी गई। पूरे तीन घंटे यात्री बस अड्डे में कैद रहे। परेशान यात्रियों ने जमकर हंगामा मचाया। परिवहन निगमकर्मियों से यात्रियों की नोक-झोंक भ्ाी हुई।

गेट पर लगा दिया बैरियर

संडे को भाजपा की परिवर्तन रैली के दौरान बसों का संचालन रोके जाने की कोई प्री इंफॉर्मेशन परिवहन निगम प्रबंधन को नहीं थी। लिहाजा, रूटीन में बसों का सुचारू संचालन हो रहा था और यात्रियों की आवाजाही भी जारी थी। सुबह 11 बजे के करीब सिटी मजिस्ट्रेट मनोज कुमार ने परिवहन निगम अधिकारियों को फोन कर बस का संचालन रोकने को कहा। इसके बाद बस अड्डा के एंट्री गेट पर बैरियर लगा कर बसों को बाहर निकलने से रोक दिया। जिससे मुसाफिरों को दिक्कत हुई।

3 घंटे कैद हुए मुसाफिर

कोई मुसाफिर फैमिली तो कोई फ्रेंड्स और रिलेटिव के साथ बस स्टेशन पर पहुंचा हुआ था। करीब तीन घंटे से ज्यादा देर तक करीब 60 बसों का संचालन रुकने से मुसाफिर बेबस हो गए। आखिरकार मुसाफिरों का सब्र टूट गया और जिससे उनकी कर्मचारियों से जमकर कहासुनी हुई। इसके बाद एक दर्जन से अधिक मुसाफिर बस स्टेशन इंचार्ज कंचन सिंह के ऑफिस में पहुचे और तुरंत चलाने की मांग की। उनका कहना था कि जब बसें रोकनी ही थी तो इस बात की सूचना न्यूज पेपर के माध्यम से पहले क्यों नहीं दी गई। उन्होंने मुसाफिरों को समझाकर मामला शांत कराया।

तीन घंटे से बस स्टेशन पर खड़ा था, लेकिन एक भी बसें नहीं चल रही थी। मैं जौनपुर से आया हूं किच्छा जाना है। काफी परेशानी हुई।

तहसीलदार सिंह, मुसाफिर

दिल्ली से कुल शरीफ में आया था। बस नहीं चलने की वजह जब कर्मचारियों से पूछा तो उन लोगों ने कुछ भी बताने से इनकार कर दिया।

अजहर, मुसाफिर