BAREILLY

पिछले दिनों शहर में विद्युत कर्मचारियों द्वारा काटी गई बिजली से ब्लैक आउट की जांच करने के लिए थर्सडे को शासन ने उच्च अधिकारियों को भेजा। थर्सडे को सुबह बरेली पहुंचे विद्युत विभाग के डायरेक्टर डिस्ट्रीब्यूशन यूपीपीसीएल कृष्ण मुरारी मित्तल के साथ डायरेक्टर टेक्निकल एमवीवीएनएल अजीत सिंह, चीफ इंजीनियर सीएमवीडी वीके सिंह और इंजीनियर शारदा प्रसाद ने कुतुबखाना विद्युत उपकेंद्र का निरीक्षण किया। मौजूद सभी जेई और स्टाफ के साथ कई घंटों तक घटना क्रम के बारे में जानकारी लेते रहे। अधिकरियों ने सभी स्टेटमेंट लिये जिनका लखनऊ में क्रॉस चेकिंग करने के लिए फैसला लिया जाएगा।

कुतुबखाना विद्युत उपकेंद्र से की शुरूआत

लखनऊ से आए अधिकारी शहर के कुतुबखाना विद्युत उपकेंद्र में जांच पहुंचे, तो कर्मचारियों-अधिकारियों में हड़कंप मच गया। क्योंकि पिछले दिनों रिश्वत मांगने के आरोप में फंसे जेई और उनकी शह पर कर्मचारियों ने शहर की बत्ती गुल कर दी थी, जिससे पब्लिक को दिक्कतों का सामना करना पड़ा था। रिश्वत मांगने के विरोध में पहले विधायक और उनके समर्थक विद्युत उपकेंद्र पर डटे थे, लेकिन बिजली कटौती से गुस्साए लोग सड़क पर उतरे तो हंगामा बढ़ गया था। बत्ती गुल कर बुरे फंसे बिजली विभाग के अधिकारी-कर्मचारी बचाव के तमाम बहाने बनाते नजर आए। इसी संबंध में जांच अधिकारियों ने जेई और स्टाफ से पूछताछ कर उनके बयान लिये।

सूचना पर पहुंचे व्यापारी

विद्युत विभाग के उच्च अधिकारियों के आने की खबर जैसे ही व्यापारियों को मिली। तो कई व्यापारी नेताओं के साथ आम व्यापारी भी मौके पर पहुंच गए। उन्होंने ब्लैक आउट वाले दिन की पूरी घटना के बारे में जानकारी दी और स्टाफ के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की। व्यापारियों से बात करने के बाद अधिकारियों ने उनका भी स्टेटमेंट लिया।

कड़ा फैसला लिया जाएगा

जांच को पहुंचे अधिकारियों ने सभी लोगों से वार्ता करने और स्टेटमेंट लेने के बाद दैनिक जागरण आइनेक्स्ट से कहा है कि ब्लैक आउट करना विभाग की बड़ी गलती है। ऐसे में जांच पूरी होने के बाद कड़ा फैसला लिया जाएगा। जिससे फ्यूचर में ऐसी घटना दोबारा न हो।