- आरबीआई के निर्देश पर बैंक मित्रों की होगी तीन दिनों की ट्रेनिंग

- ट्रेनिंग के दौरान स्पेशल पैनल परखेगा बैंक मित्रों की काबिलियत

>BAREILLY:

कस्टमर्स को हेल्प करने में बैंक मित्र कितने काबिल हैं। उनकी क्षमता को परखने के लिए एक ट्रेनिंग ऑर्गनाइज की जा रही है। ट्रेनिंग में बेहतरीन परफॉर्मेस दिखाने वाले बैंक मित्र ही आगे काम कर सकेंगे। बाकियों को बैंक बाहर का रास्ता दिखा देगा। ऐसा आरबीआई के निर्देश के बाद किया जा रहा है। स्पेशल ट्रेनर तीन दिनों तक चलने वाली ट्रेनिंग में बैंक मित्रों से यह जानेंगे कि जिस मकसद से उन्हें रखा गया है। क्या बैंक मित्र उस पर रखे उतर रहे हैं या नहीं।

ट्रेनिंग में परखी जाएगी क्षमता

आरबीआई के निर्देश के बाद लीड बैंक ने विभिन्न बैंक्स में लगे बैंक मित्रों से संपर्क करना शुरू कर दिया है। ताकि, ट्रेनिंग के जरिए उनके काम को परखा जा सके। अधिकारियों के मुताबिक हर बैंक मित्र की तीन दिन की ट्रेनिंग होगी, जिनसे बैंकिंग के तमाम पहलुओं के बारे में जानकारी हासिल की जाएगी। यदि एक्सपर्ट के पूछे सवालों का बैंक मित्र जवाब नहीं दे पाते पाते हैं, तो उन्हें अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ सकता है।

400 बैंक मित्रों की होगी ट्रेनिंग

जिले के विभिन्न बैंकों में करीब 400 बैंक मित्र वर्क कर रहे हैं, जिनकी ट्रेनिंग पीलीभीत बाईपास स्थित बड़ौदा स्वरोजगार विकास संस्थान में थर्सडे से होगी। अधिकारियों ने बताया कि ट्रेनिंग पास करने वालों को एक सर्टिफिकेट दिया जाएगा। आरबीआई के इस पहल के पीछे बैंक मित्र के वर्क को परखना है। आरबीआई का यह मानना है कि जो लोग काम के नहीं है उन्हें इस जॉब में रहने का कोई मतलब नहीं है।

आरबीआई के निर्देश पर सभी बैंक मित्र को ट्रेनिंग के लिए बुलाया गया है। इस दौरान उनके वर्क को परखा जाएगा।

देवेंद्र सिंह सक्सेना, मैनेजर, लीड बैंक