- रोडवेज के आरएम ने अब यूनियन के क्षेत्रीय अध्यक्ष से मांगा स्पष्टीकरण

BAREILLY:

रिश्वत का खेल दबाने में रिश्वत लिये जाने का मामला रोडवेज कर्मचारी संयुक्त परिषद के क्षेत्रीय अध्यक्ष ने जगजाहिर क्या कर दिया। अधिकारी तेवर में आ गए। परिवहन निगम के क्षेत्रीय प्रबंधक ने नियम-कायदों को नजरअंदाज कर कर्मचारी नेता को नोटिस जारी कर दिया कि अनधिकृत रूप से मीडिया को कैसे बयान दे दिया। जबकि, विभागीय सूत्रों की मानें तो कर्मचारी नेता विभाग हित में बयान जारी कर सकते हैं।

3 दिन के अंदर मांगी स्पष्टीकरण

आरएम ने रोडवेज कर्मचारी संयुक्त परिषद के क्षेत्रीय अध्यक्ष एके अरोरा को नोटिस जारी करते हुए तीन दिन के अंदर जवाब मांगा हैं। नोटिस के माध्यम से एके अरोरा से यह बात कही कि क्यों न उनके खिलाफ अनुशासनिक कार्रवाई करते हुए आपका निलंबन कर दिया जाए। एके अरोरा के खिलाफ यह कार्रवाई इस बात के लिए हो रही है कि उन्होंने रोडवेज के उच्चाधिकारियों और टीएस, टीएसआई द्वारा रिश्वत लिए जाने की बात को मीडिया से शेयर की थी। लेकिन, आरएम यह कहना है कि विभाग का एक लिपिक इस तरह का बयान जारी नहीं कर सकता है।

क्या है मामला

29 अप्रैल को बदायूं डिपो की बदायूं और फर्रुखाबाद मार्ग पर विजिलेंस टीम ने एक बस पकड़ी थी। जिसमें कई पैसेंजर्स बिना टिकट सफर कर रहते थे। लेकिन, टीएस और दो टीएसआई ने बस के कंडक्टर कमल कुमार से 30 हजार रुपए रिश्वत लेते हुए मामले का रफा-दफा कर दिया। लेकिन, इस बात की भनक कुछ दिन बाद रोडवेज के उच्चाधिकारियों को लग गयी। उन्होंने विजिलेंस टीम के अधिकारियों के जेहन में कार्रवाई का डर पैदा कर करीब डेढ़ लाख रुपए ऐंठ लिए। यह बात धीरे-धीरे रोडवेज के बाकी कर्मचारियों और यूनियन के बीच भी फैल गयी। रिश्वत के इस खेल को रोडवेज कर्मचारी संयुक्त परिषद के क्षेत्रीय अध्यक्ष एके अरोरा ने मीडिया के माध्यम से सबके सामने लाना उचित समझा। लेकिन, यह बात उच्चाधिकारियों को रास नहीं आयी और उन्होंने एके अरोरा को तलब कर लिया।