BAREILLY: सीबीएसई समय-समय पर अपने कोर्स और करिकुलम में बदलाव करता रहता है। बदलाव के माध्यम से वह क्वालीटेटिव एकेडमिक एक्सिलेंस अचीव करने की कोशिश करता है। बदलाव भी ऐसे होने चाहिए जिसमें सभी का इंट्रेस्ट हो। इसी को ध्यान में रखकर बोर्ड समय-समय पर अपने कोर्स व करिकुलम को लेकर सर्वे भी कराता है। एक बार फिर बोर्ड ने अपने यहां पर पढ़ाए जाने वाले बुक्स को लेकर फीडबैक मांगा है। न केवल स्कूल्स, बल्कि स्टूडेंट्स और उनके पेरेंट्स से भी फीडबैक मांगा है। यही नहीं बोर्ड ने यह भी सुझाव मांगा है कि वे करिकुलम में कौन-कौन सी बुक्स पढ़ना पसंद करते हैं। जिसे बाद में करिकुलम में इंक्लूड किया जा सके।

नॉवेल्स और ओटीबीए के संबंध में

बोर्ड ने अपने यहां पर पढ़ाए जाने वाले नॉवेल्स और ओपन टेक्स्ट बुक्स असेसमेंट के संबंध में सर्वे कराकर फीडबैक मांगा है। बोर्ड के करिकुलम में कई ऐसे इंग्लिश नॉवेल्स पढ़ाए जाते हैं जो रिनाउंड ऑथर्स के होते हैं। यही नहीं ओपन टेक्स्ट बुक्स असेसमेंट के तहत स्टूडेंट्स को रीडिंग मैटीरियल दिया जाता है। उन्हीं में से स्टूडेंट्स को आंसर लिखने को भी कहा जाता है। इन दोनों के संबंध में बोर्ड टीचर्स, स्टूडेंट्स और पेरेंट्स से सर्वे करा रहा है। बोर्ड का मानना है फीडबैक से करिकुलम और एग्जाम पैटर्न को और रिफॉर्म किया जा सकता है।

क्लास 9 से 12 तक के लिए है सर्वे

यह सर्वे क्लास 9 से 12 तक के में पढ़ाए जाने वाले नॉवेल्स के संबंध में है। हर क्लास के दो-दो नॉवेल्स दिए गए हैं और यह पूछा गया है कि इनमें से कौन से नावेल ज्याद पसंद है। यही नहीं बोर्ड ने यह भी पूछा है कि ये नॉवेल्स स्टूडेंट्स को किस तरह से इफेक्ट करते हैं। क्या उनकी रीडिंग हैबिट इंप्रूव होती है, क्या राइटिंग स्किल्स डेवलप होती है, क्या उनकी लर्निग इफेक्ट होती है कि नहीं। यही नहीं ओटीबीए के संबंध में बोर्ड ने टेक्स्ट्स के टॉपिक देकर पूछा है कि क्या वे इंट्रेस्टिंग हैं कि नहीं। क्या क्लासेज में इनके सैंपल क्वेश्चन पेपर डिस्कस किए जाते हैं कि नहीं। उनकी रेटिंग देने को भी कहा है।

सुझाव भी मांगे

बोर्ड ने नॉवेल्स को लेकर सुझाव भी मांगे हैं। बोर्ड ने यह भी पूछा है कि जो नॉवेल्स वे पढ़ना चाहते हैं उनके ऑथर के नाम सहित प्रिस्क्राइब कर सकते हैं। यही नहीं टीचिंग के संबंध में भी सुझाव मांगे हैं। बोर्ड ने नॉवेल्स को पढ़ाने के तरीकों को और इंप्रूव करने के संबंध में सुझाव मांगा है।