नॉर्दर्न रेलवे ने शुरू की कवायद, चीफ कॉमर्शियल मैनेजर करेंगी आज दौरा

>BAREILLY:

लंबे समय से चनहेटी जंक्शन को बरेली कैंट बनाए जाने की मांग पर रेलवे की ओर से कवायद शुरू हो गई है। चनहेटी जंक्शन को बरेली कैंट का दर्जा दिए जाने की कवायद में एनआर की चीफ कॉमर्शियल मैनेजर ट्यूजडे को बरेली जंक्शन पहुंच रही है। रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा की ओर से चनहेटी जंक्शन को बरेली कैंट का दर्जा दिए जाने की घोषणा के बाद इस प्रोसेस में तेजी आई है। बरेली कैंट का दर्जा मिलने के बाद जंक्शन से कई ट्रेनों का स्टॉपेज चनेहटी पर भी होगा। सीसीएम बरेली जंक्शन से चनहेटी जंक्शन का दौरा करेंगी। सीसीएम के दौरे को लेकर जंक्शन पर रेलवे अधिकारियों ने व्यवस्था सुधारने व संवारने के लिए अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं।

11 साल से हाे रही मांग

पिछले 11 सालों से कैंट के भूतपूर्व सैनिक व अन्य चनहेटी को बरेली कैंट का दर्जा दिए जाने की मांग कर रहे हैं। इस संबंध में भूतपूर्व सैनिकों ने कई बार डीआरएम मुरादाबाद स्तर से लेकर रेलवे हेडक्र्वाटर तक कई बार मांग उठाई। लेकिन हर बार रेल बजट में रेलवे अधिकारी इस प्रस्ताव को आगे नहीं बढ़ाते थे। 2014 में केन्द्र में एनडीए सरकार के आने पर पूर्व सैनिकों ने पीएम मोदी से दिल्ली जाकर इस मामले में गुहार लगाई। बरेली से आगरा के लिए आगरा फोर्ट व बरेली-कासगंज पैसेंजर के इनॉग्रेशन के लिए जुलाई में रेल राज्यमंत्री बरेली आए थे। रेल राज्य मंत्री व केन्द्रीय मंत्री संतोष कुमार गंगवार ने चनहेटी जंक्शन को जल्द ही बरेली कैंट बनाए जाने का आश्वासन दिया था।