- रमजान के चलते मुनाफा नहीं होने की कमेटी पदाधिकारी जता रहे संभावना

- प्रशासन द्वारा डिपोजिट मनी बढ़ाए जाने पर आक्रोशित हैं मेला आयोजन कमेटी

BAREILLY:

चौबारी मेला आगामी आगामी 14 जून को लगना है लेकिन मेला लगने से पहले ही इसके आयोजन पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं। दरअसल, प्रशासन ने इस बार रामगंगा स्थित आयोजित होने वाले चौबारी मेला के लिए डिपोजिट मनी बढ़ा दी है। जबकि इन दिनों रमजान चल रहा है। ऐसे में मेले में मुसलमान दुकानदारों के न आने की संभावना भी है। ऐसे में कमेटी के लोगों का कहना है कि मेला तभी लगाया जाएगा। जब प्रशासन बढ़ाई गई डिपोजिट मनी का फैसला वापस ले। इसको लेकर कमेटी के लोग डीएम से मुलाकात भी करेंगे।

फीका रहेगा मेला

इस बार मेला फीका रहने की संभावना है। दरअसल, मेला में सर्वाधिक दुकानें मुसलमान व्यापारी ही लगाते हैं। जिसमें नक्काशी, सजावटी सामान, काष्ठकला, हैंडमेड आईटम्स समेत करीब 69 फीसदी दुकान उन्हीं की होती है। जिसकी जमकर बिक्री से मुनाफा होता है। नक्खासे के ज्यादातर घोड़ा व्यापारी भी मुसलमान होते हैं। जो अभी तक मेला में नहीं पहुंचे हैं और उनकी रमजान के चलते यहां नहीं पहुंचने की भी संभावना है। अभी तक नक्खासे में जानवरों समेत घोडों के सजावटी सामानों की महज 5 दुकानें ही लगाई गई हैं। कुल मिलाकर नक्खासा की रौनक फीकी है।

आज डीएम को देंगे ज्ञापन

मेला प्रबंधन कमेटी मंडे को डीएम गौरव दयाल से मिलकर बढ़ाई गई डिपोजिट मनी को कम करने के लिए ज्ञापन सौंपेगी। रामगंगा कमेटी के बब्लू मास्टर का कहना है कि यदि डिपोजिट मनी कम करने पर राजी हुआ तो मेला लगाया जाएगा। कमेटी पदाधिकारियों के मुताबिक पिछले कई वर्षो से आयोजित हो रहे मेले में पिछले करीब दो वर्षो से मेला आयोजित करने में घाटा हो रहा है। जबकि प्रशासन लगातार डिपोजिट मनी बढ़ाती जा रही है। लास्ट इयर मेला के लिए प्रशासन को 1.20 लाख रुपए जमा किए थे, लेकिन इस बार 1.70 लाख रुपए मांगे गए हैं। जिसे दे पाने में कमेटी ने असमर्थता जताई है।