-सीएम के दूत बनकर पहुंचे दो मंत्री, डायल 100 समेत कई योजनाओं की शुरुआत की

-मंच पर सीएम के आने के चलते रहा अव्यवस्था जैसा माहौल, नेताओं की जुबान फिसली

BAREILLY: सीएम के आने की आस में पुलिस-प्रशासन के साथ हजारों की संख्या में पहुंची पब्लिक घंटों इंतजार करती रही, लेकिन सीएम नहीं पहुंचे। जिससे प्रोग्राम की तैयारियों पर खर्च लाखों रुपए बर्बाद हो गए। सीएम ने अपने दूत के तौर पर दो मंत्रियों को डायल 100, जेल व अन्य परियोजनाओं के उद्घाटन के लिए भेज दिया। दोनों ने उद्घाटन तो किया, लेकिन मंच से बोलते हुए उनकी कई बार जुबान फिसल गई। यही नहीं मंच पर भी अव्यवस्था जैसा माहौल रहा। किसी तरह से प्रोग्राम खत्म हुआ और सीएम के न आने की खबर से निराश जनता मायूस होकर लौट गई, जो कसर बची थी उसे पब्लिक ने बैनर-पोस्टर लूटकर पूरा कर दिया। यूं कहें कि लाखों की बर्बादी के बावजूद भी इतना बड़ा प्रोग्राम फ्लॉप शो साबित हुआ।

प्रोग्राम आते ही शुरू हो गए थे बदलाव

लखनऊ के बाद सीएम को बरेली पुलिस लाइन में डायल 100 योजना की शुरुआत करनी थी। जब सीएम के आने का प्रोग्राम बना तो फिर हाईटेक जेल, समेत कई योजनाओं के लोकार्पण व शिलान्यास का प्रोग्राम भी रख दिया गया। जिसके बाद सीएम के आने की तैयारियां जोर-शोर से शुरू हो गई लेकिन शुरू से ही सीएम के प्रोग्राम को लेकर कुछ न कुछ शुरू हो गया। सीएम को सबसे पहले त्रिशूल एयरबेस पर राजकीय विमान से आना था लेकिन फिर विशप मंडल इंटर कॉलेज का प्रोग्राम बनाया गया और प्रोग्राम के 12 घंटे पहले फिर से त्रिशूल एयरबेस का प्रोग्राम आ गया। इसके चलते हेलीपेड से लेकर प्रोग्राम स्थल में मंच, टेंट समेत अन्य पर लाखों रुपए खर्च हो गए।

मंच,टेंट, और सभा स्थल पर खर्च - 1 करोड़ से अधिक

सिक्योरिटी पर खर्च-30 लाख रुपए

वीआई विजिट रिहर्सल खर्च -10 लाख

हेलीपैड निर्माण पर खर्च -5 लाख

शहर को चमकाने पर खर्च -20 लाख

राजनीतिक लोगों के खर्च रुपए -30 लाख

फूल और गुलदस्तों पर लाखों खर्च -2 लाख

कुल खर्च-करीब दो करोड़ से अधिक

सीएम की सिक्योरिटी में फोर्स

10-एएसपी, 23-सीओ, 43-थाना प्रभारी, 229-एसआई, लेडी एसआई-11, एचसीपी-41, कांस्टेबल-704, लेडी कांस्टेबल-71, 2 कंपनी, डेढ़ प्लाटून-पीएसी

इन योजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास

-डायल 100 के तहत आयी 84 गाडि़यों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया, जिसमें 16 इनोवा और 68 बोलेरो हैं।

- 224 करोड़ की की लागत से बनी नयी जिला जेल भवन का लोकार्पण किया। नवीन जिला कारागार में 3550 बंदियों को रखने की क्षमता है।

-93 करोड़ 30 लाख रुपए से निर्मित अन्य 12 निर्माण कार्यो का लोकार्पण किया, जिसमें रानी लक्ष्मीबाई, आशा ज्योति केन्द्र, जिला महिला चिकित्सालय का आईपीएचएस मानक के अनुसार उच्चीकरण व अन्य हैं।

-154 करोड़ रुपए की लागत के 24 नये निर्माण कार्यो का शिलान्यास किया जिसमें रहपुरा जागीर, रौंधी मुस्तिकिल, ठिरिया निजावत खां पेयजल योजनायें, जनपद बरेली में पीलीभीत-बरेली-मथुरा (राज्य मार्ग संख्या-33) के चारलेन चौड़ीकरण एवं सुदृढ़ीकरण के व अन्य हैं।

- लोहिया आवास के 500 स्वीकृति पत्र एवं 200 पात्र छात्र-छात्राओं को लैपटॉप, 1200 श्रमिकों को साइकिलों का वितरण किया गया।

मंच पर ये रहे मौजूद

-बदायूं सांसद धर्मेद्र यादव, मंत्री हेमराज वर्मा, पूर्व मंत्री भगवत सरन गंगवार, विधायक अताउर रहमान, डॉक्टर सियाराम सागर, शहजिल इस्लाम, दर्जा प्राप्त राज्य मंत्री साधना मिश्रा, मशहूर शायर व एमएलसी वसीम बरेलवी, इस्लाम साबिर, कुंवर सर्वराज सिंह, अनिल शर्मा, जिला पंचायत अध्यक्ष संजय सिंह, मेयर आईएस तोमर, अतुल प्रधान, आबिद रजा, डॉक्टर सत्येंद्र, प्रमोद बिष्ट, संजीव यादव, गौरव सक्सेना, ह्रदेश यादव, सूरज यादव, हरिशंकर यादव, व पुलिस व प्रशासन के अधिकारी मौजूद रहे।

डॉ। केशव का वीआईपी भोज भी बेकार-

मुख्यमंत्री को बरेली के डॉक्टर केशव के घर भोजन भी करना था। प्रस्तावित कार्यक्रम के तहत डॉ। केशव के रामपुर गार्डन स्थित घर पर भारी सुरक्षा इंतजाम किए गए थे। पुलिस जवानों के अलावा एंट्री प्रतिबंधित करने के लिए बड़ा इंतजाम किया गया था।