- दो दिन पहले जिला अस्पताल के एनआरसी में मासूम को किया गया था एडमिट

- मंडे शाम को गंभीर हालत में बच्चा वार्ड किया शिफ्ट, इलाज के दौरान तोड़ा दम

बरेली : शासन से लेकर प्रशासन तक कुपोषण से ग्रसित बच्चों को उचित इलाज देने के लिए तमाम योजनाएं चला रहे हैं लेकिन जिले में देखभाल के अभाव के चलते मासूम जान गवां रहे हैं। तीन दिन पहले जिला अस्पताल के बच्चा वार्ड में कुपोषण से ग्रसित डेढ़ साल की मासूम ने दम तोड़ दिया।

28 जुलाई को कराया एडमिट

भोजीपुरा के गांव नेवाड़ निवासी वितेंद्र की डेढ़ साल की बच्ची भावना की घर पर हालत बिगड़ी तो बीती 28 जुलाई को परिजन उसे लेकर जिला अस्पताल स्थित राष्ट्रीय पोषण पुर्नवास केंद्र यानि एनआरसी आए, जहां बच्ची को एडमिट कर लिया। बच्ची कुपोषण से ग्रसित पाई गई। एनआरसी की डायटिशियन डॉ। रोजी जैदी के अनुसार डेढ़ साल के बच्चे का सामान्य वजन दस से 12 किलोग्राम होना चाहिए लेकिन बच्ची का वजन सामान्य से काफी कम था, बच्ची का फौरन इलाज शुरू किया गया लेकिन दो जुलाई को बच्ची की हालत गंभीर हो गई जिस पर नियमानुसार उसको हायर सेंटर यानि बच्चा वार्ड रेफर कर दिया गया। दो जुलाई को बच्ची को सुबह करीब नौ बजकर 15 मिनट पर रेफर किया था, यहां डॉक्टर ने जब बच्चे की जांच की गई तो वह डायरिया और पाइरेक्सिया से ग्रसित पाई गई। शाम करीब चार बजे बच्ची ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।

बच्ची कुपोषित थी वहीं जांच में डायरिया और पाइरेक्सिया से ग्रसित पाई गई। जांच कर फौरन इलाज शुरू किया गया इस दौरान ही बच्ची ने दम तोड़ दिया।

डॉ। करमेंद्र, इंचार्ज, बच्चा वार्ड