-दो साल पहले घर से खेत पर जाते समय हो गया था लापता

-पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज करने के बाद नहीं की आज तक कोई कार्रवाई

BAREILLY:

बेटा क्या लापता हुआ मां-बाप की दुनिया में अंधेरा छा गया। बेटे की याद में रोते-रोते मां की आंखों के आंसू ही सूख गए। गांव में रहने वाले इस परिवार के दरवाजे पर जब भी कोई आवाज लगाता है तो उसकी मां दौड़कर गेट पर आती है शायद उसके गुमशुदा बेटे की कोई खबर आई हो। लेकिन ऐसा नहीं होने पर वह पर मायूस होकर बैठ जाती है। परिवार में बाहर से आने-जाने वालों से आज भी लापता बेटे के बारे में पूछती हैं। बेटे का नाम आते ही मां की आंखों सेआंसू बहने लगते हैं। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट आपको आज एक ऐसे ही परिवार का हाल बताएगा जिसका लाल गुमशुदा है और उन पर क्या गुजर रही है

11 जुलाई 2015 को हुअा था लापता

भुता थाना क्षेत्र के गांव सहजनपुर हेतराम निवासी रामधुन का बेटा बंटू 30 वर्ष बोल और सुन नहीं पाता था। वह तीन भाइयों में बड़ा था, और बोल और सुन न पाने के कारण मां को उससे विशेष लगाव था। पल भर आंखों से ओझल होने पर मां-बाप उसे तुरंत ढूंढ निकालते थे। लेकिन एक दिन ऐसा आया कि वह 11 अगस्त 2015 को वह इशारा करके बता कर परिजनों को गया कि वह खेत पर जा रहा है। उसके बाद वह शाम तक घर नहीं आया, तो परिजनों ने उसकी तलाश शुरू की लेकिन बंटू का कोई सुराग नहीं लगा।

काश बोल और सुन पाता मेरा 'लाल'

बंटू के परिजनों ने उसे तलाश करने के लिए काफी कोशिश की लेकिन उसका सुराग नहीं लगा तो बंटू के भाई अनूप ने भुता थाने में गुमशुदगी दर्ज करा दी। आरोप है पुलिस ने एक माह बाद गुमशुदगी तो दर्ज कर ली लेकिन गुमशुदा बंटू को तलाशने में कोई दिलचस्पी नहीं ली। जिससे बंटी आज तक परिवार को नहीं मिल सका। बंटू की मां रोते हुए यही कहती है कि काश बंटू बोल या सुन पाता तो वह वापस जरूर मिल जाता। लेकिन वह बोल और सुन नहीं पाता है शायद इसी लिए वह वापस नहीं आ पा रहा है।

'लाल' का फोटो बना मां की याद

जब बंटू की मां मोना देवी और पिता रामधुन से बंटू के बारे में पूछताछ की गई तो उन्होंने बताया कि अब तो सिर्फ मेरे लाल का फोटो ही बचा है। वह भी पासपार्ट साइज का है, इसके अलावा कोई दूसरा फोटो भी नहीं है। बंटू के लापता होने के बाद मां गुमशुदा बेटे के फोटो को कभी देखना नहीं भूलती। उन्होंने बताया कि जब से बेटा लापता हुआ है तब से उसकी ही याद में गेट पर आने जाने वालों के लिए आंखे निहारती है। जब कोई गेट खोलता है तो लगता है कि कहीं बंटू तो नही।