-किला थाना क्षेत्र की रहने वाली मासूम चार साल पहले गई थी मौसी के घर भमोरा के गांव चकरपुर

-घर के बाहर बच्चों के साथ खेलते समय हो गई थी गुम आज तक नहीं लौटी

BAREILLY:

मम्मी-पापा के साथ मौसी के घर मेहमानी में गई एक मासूम चार साल पहले भमोरा के गांव चकरपुर से गुम हो गई थी। तब से परिजन बेटी के वापस आने की राह देख रही है। मां को आज भी भरोसा है कि उसकी गुमशुदा बेटी उसे जरूर मिलेगी। किसके पास होगी और किसी हाल में होगी मेरी बेटी यह कहकर आज भी मां की आंखों में आंसू छलक आए।

भमोरा में दर्ज है गुमशुदगी

किला थाना क्षेत्र के गढ़ी चौकी निवासी ओमपाल सब्जी बेचने का काम करता है। ओमपाल की तीन बेटियां और एक बेटा है। बेटी अंशी सभी बच्चों में बड़ी थी। मेहमानी के लिए मां के साथ अंशी मौसी के घर पर भमोरा के गांव चकरपुर को गई थी। इसी दौरान वह 4 मार्च को घर के बाहर बच्चों के साथ खेल रही थी। तभी अचानक गुम हो गई। काफी देर तक जब वह घर नहीं पहुंची तो मां-बाप ने उसके तलाश किया, लेकिन कोई सुराग नहीं लगा.पुलिस को सूचना दी, लेकिन कोई जानकारी नहीं मिली, जिसके बाद भमोरा में ही अंशी की गुमशुदगी दर्ज करा दी। पुलिस ने भी गुमशुदगी दर्ज कर कोई कार्रवाई नहीं की।

फिरौती को आया था फोन

अश्ाी की मां उसे याद करते ही रो पड़ी उन्होंने बताया कि जब अंशी गुम हो गई तो उसके करीब 20 दिन बाद फोन पर कॉल आई कि 20 हजार रुपए का इंतजाम कर लो। परिजनों ने कर्जा आदि लेकर रुपए का इन्तजाम किया तो फोन करने वाले ने लखीमपुर बुलाया। जब परिजन पैसा लेकर लखीमपुर पहुंचे तो वह बार-बार जगह बदलता रहा, लेकिन न तो वह खुद मिला और न अंशी मिली। परिवार वालों ने यह बात पुलिस को भी बताई थी। लेकिन पुलिस ने कार्रवाई करने की बजाय मामले को दबा दिया। इससे शक होने पर अंशी के पिता ने एक युवक पर भी शक जताया आरोप है कि पुलिस ने उससे पूछताछ तक नहीं की।

बेटी का मनाती हैं बर्थडे

गुमशुदा अंशी की याद में मां के साथ उसकी दादी भी काफी परेशान रहती हैं। वह बताती हैं कि अंशी का बर्थडे 26 अप्रैल को होता था। वह अंशी का बर्थडे मनाती थी। अंशी की मां को आज भी भरोसा है कि उसकी अंशी उसे जरूर मिलेगी। मां अंशी का बर्थडे आज भी मनाती है, लेकिन उसके नाम से थाली निकालकर गाय को खिला देती हैं।

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-गुमशुदा मासूम की तलाश की जा रही है। पुलिस गुमशुदा को तलाशने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है। पर्चे और फोटो भी थानों को भिजवाए थे।

योगेश कुमार, एसएचओ भमोरा