-स्टूडेंट्स का दबाव बढ़ने के चलते भी सर्वर का लिंक कई बार टूटा

BAREILLY: यूपीएसईई की काउंसलिंग में च्वाइस लॉक की प्रक्रिया अब रुलाने लगी है। पहले दिन च्वाइस लॉक की प्रक्रिया तकनीकी गड़बड़ी की वजह से चालू नहीं हो पाई। दूसरे दिन चालू हुई भी तो स्टूडेंट्स कॉलेज लॉक करने के लिए काफी परेशान रहे। दिन भर सर्वर की गड़बड़ी से स्टूडेंट्स को कॉलेज की सीटें लॉक करने में काफी प्रॉब्लम हुई। कई स्टूडेंट्स बार-बार कोशिश करने के बावजूद अपना मनपसंद कॉलेज लॉक नहीं कर पाए। च्वाइस लॉक की पहले फेज की प्रक्रिया तीन दिनों के लिए ही थी। ऐसे में अब यूपीटीयू को इस प्रक्रिया की डेट बढ़ानी होगी। स्टूडेंट्स का दबाव बढ़ने के चलते भी सर्वर का लिंक कई बार टूटा।

पहले दिन नहीं शुरू हुई

डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन प्रोसेस के बाद 24 जून से च्वाइस लॉक की प्रक्रिया शुरू होनी थी। 16 जून से 23 जून तक डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन कराया गया था। 23 जून को ही सीटों की डिटेल्स जारी करने की बात कही गई थी, लेकिन 24 जून को स्टूडेंट्स जब च्वाइस लॉक के लिए वेबसाइट लॉगइन किए तो वे कॉलेज लॉक ही नहीं कर पाए। सीटों की डिटेल्स न होने के चलते डाटा वेबसाइट पर था ही नहीं। स्टूडेंट्स दिनभर वेबसाइट लॉगइन करते रहे लेकिन उन्हें कॉलेज लॉक करने में सफलता नहीं मिली। आश्चर्य की बात है कि यूपीएसईई ने वेबसाइट पर इस बाबत कोई नोटिस भी जारी नहीं किया।

दिन भर चलती रही आंख-मिचौली

थर्सडे को च्वाइस लॉक की प्रक्रिया किसी तरह शुरू तो हुई, लेकिन इसने स्टूडेंट्स को काफी परेशान किया। दिनभर सर्वर की आंख-मिचौली चलती रही। दरअसल, पहले दिन च्वाइस लॉक की प्रक्रिया बंद होने के चलते दूसरे दिन स्टूडेंट्स और दबाव बढ़ गया। सरकारी कॉलेजेज की सीटें पहले लॉक करने के लिए स्टूडेंट्स वेबसाइट पर लगे रहे। स्टूडेंट्स बार-बार वेबसाइट लॉगइन कर रहे थे और च्वाइस लॉक से पहले वेबसाइट ऑफलाइन हो जा रही थी। कई प्रयासों के बाद स्टूडेंट्स को च्वाइस लॉक करने में सफलता मिली। कई तो ऐसे थे जो च्वाइस लॉक ही नहीं कर पाए।