- डिवीजनों ने सौंपी लिस्ट शहर में 136 पोल जर्जर

BAREILLY:

शहर में जर्जर पोल की संख्या पॉश कॉलोनियों में सबसे अधिक हैं। शहर के अंतर्गत आने वाले चारों डिवीजनों से बिजली विभाग के एसई एनके मिश्रा को जो रिपोर्ट मिली है, उसके मुताबिक फ‌र्स्ट डिवीजन पहले नम्बर पर है, जिसमें सबसे अधिक पोल के बेस गल चुके हैं। बाकी डिवीजनों का भी हाल बुरा है, जो कि राहगीरों और स्थानीय लोगों के जान के दुश्मन बने हुए हैं।

फ‌र्स्ट डिवीजन में सबसे अधिक

चारों डिवीजन में 136 पोल की स्थिति काफी दयनीय हैं। जिनके मेंटिनेंस की तुरंत जरूरत हैं। एसई एनके मिश्रा के पास पहुंचे 136 पोल की लिस्ट में 50 पोल फ‌र्स्ट डिवीजन के ही हैं। यह हाल शहर के सबसे पॉश एरिया का है। क्योंकि, फ‌र्स्ट डिवीजन में सिविल लाइंस, रामपुर गार्डेन प्रमुख तौर पर शामिल हैं। जबकि, दूसरे नम्बर पर फोर्थ डिवीजन है। जहां पर सबसे अधिक 30 पोल का बेस बुरी तरह गल चुका है।

दो तरह से बदल सही किए जाते हैं पोल

जर्जर और गल चुके बिजली पोल को दो तरह से सही किया जाता है। पहला वह जिनका सिर्फ बेस गला है, उनको पोल केजिंग किया जाता है। पोल के चारों तरफ लोहे के चार एंगल। जिनकी लम्बाई साढे़ तीन फीट से कम नहीं होनी चाहिए। लोहे का एंगल लगाने के बाद सीमेंट, रेता और बजरी का मिक्चर भरा जाता है। दूसरा तरीका पोल रिप्लेस करने का है। यह तब किया जाता है, जब पोल पूरी तरह से गल चुका है।

पोल केजिंग करना अधिकारियों की पहली प्राथमिकता होती है। क्योंकि, इससे कम खर्चा आता है। 1500 रुपए में एक पोल की केजिंग हो जाती है। जबकि, नए पोल लगाने पर 12 से 14 हजार रुपए विभाग को खर्च करने पड़ते हैं। साथ ही पोल बदलने के लिए पूरे दिन के लिए संबंधित एरिया में शटडाउन लेना पड़ता है।

डिवीजन - बेस गल चुके पोल की संख्या

फ‌र्स्ट - 50

सेकंड - 25

थर्ड - 31

फोर्थ - 30

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प्रियंका को आया होश, पुकारा मम्मी-पापा

BAREILLY:

गांधी उद्यान रोड एक निजी हॉस्पिटल के आईसीयू में एडमिट प्रियंका वर्मा को दो दिन बाद होश आ गया। होश में आते ही प्रियंका ने सबसे पहले मम्मी-पापा को पुकारा। डॉक्टर्स ने उसकी तबीयत को नाजुक बता रहे हैं।

अचानक चिल्लाने लग रही प्रियंका

प्रियंका के पिता विजय बहादुर वर्मा ने बताया कि प्रियंका अचानक चिल्लाने लग रही है। मुंह से ऑक्सीजन मास्क हटाने की जिद कर रही है। उसका कहना है कि यह सब क्या है। अभी वह पूरी तरह से होश में नहीं है। उसे हाथ, पैर और सिर में गंभीर चोट आई है। कब तक डिस्चार्ज होगी इस बारे में डॉक्टर भी कुछ स्पष्ट नहीं बता पा रहे हैं।

8 अप्रैल को पोल गिरने से हो गई थी घायल

बता दें कि प्रियंका विजय बहादुर वर्मा की चार बच्चों में सबसे बड़ी है। बलिया की मूल निवासी प्रियंका अपने पिता के साथ 8 अप्रैल को समीक्षा अधिकारी का एग्जाम देने शहर आई थी। सेटेलाइट बस अड्डा के पास वह साधन का इंतजार कर रही थी। तभी एक सीएनजी लदे ट्रक का ड्राइवर वाहन बैक करने लगा। ट्रक स्ट्रीट लाइट से हल्का सा छू गया, जिससे जर्जर पोल टूट कर प्रियंका के सिर पर गिर पड़ा। सिर फट गया और गहरी चोटें आयी है। हाथ और पैर भी टूट गया। गंभीर हालत में प्रियंका बेहोश होकर रोड पर गिर पड़ी।