-क्राइम ब्रांच ने ट्यूजडे रात बदायूं रोड पर 1 किलो स्मैक के साथ पकड़ा,

-रामगंगा के पास होनी थी ड्रॉप करना था स्मैक, दो साथियों की तलाश

BAREILLY: बरेली से होकर देशभर में स्मैक तस्करी का बड़ा खेल चल रहा है। वेडनसडे को पुलिस ने एक करोड़ की स्मैक तस्करी करते हुए एक युवक को गिरफ्तार किया है। किसी ने उसे स्मैक की खेप पहुंचाने के लिए दिया था। पुलिस का कहना है कि नेपाल, उत्तराखंड के रास्ते वाया बरेली पंजाब समेत देशभर में मादक पदार्थ खपाया जा रहा है। बरेली में इससे पहले भी ड्रग्स स्मगलिंग के कई मामले पकड़े गए थे, जिसमें तस्करी कॉरीडोर के रूप में बरेली सामने आया था।

बैग के अंदर छिपाइर् थी स्मैक

पुलिस लाइन में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में एसपी क्राइम विजय गौतम ने बताया कि क्राइम ब्रांच को मुखबिर से सूचना मिली थी कि एक युवक बदायूं रोड पर नशीला पदार्थ लेकर जा रहा रहा है। जिसके बाद टीम ने घेराबंदी कर जितेंद्र कश्यप को गिरफ्तार कर लिया। वह मूलरूप से महेशपुरा का रहने वाला है और मौजूदा समय में शांति विहार में रहता है। उसके बैग की तलाशी ली गई तो उसके अंदर एक किलो फाइन क्वालिटी की स्मैक निकली।

3 हजार रुपए दिए थे माल पहुंचाने के

पुलिस पूछताछ में जितेंद्र कश्यप ने शांति विहार के रहने वाले दो ड्रग तस्करों के नाम बताए हैं। इनके नाम हरीश और गुड्डू हैं। हरीश ड्राइवर है और ठेकेदारी भी करता है। ये दोनों ही बाहर से माल लाकर सप्लाई करते हैं। जितेंद्र ने बताया कि हरीश ने उसे बैग दिया था और कहा था कि बैग को रामगंगा के पास किसी को पहुंचाना है। जिसे बैग लेना है वह बैग देखकर ही पहचान जाएगा। यही नहीं उससे कहा गया था कि उसे बैग खोलना नहीं है। इसके लिए उसे 3 हजार रुपए भी दिए गए थे। उसकी हरीश से मुलाकात किसी मकान में पेंटिंग करने के दौरान हुई थी।

बच्चे के खातिर बना तस्कर

फ्रूट का ठेला लगाकर और घरों में पेंटिंग का काम कर परिवार का पेट पालने वाला जितेंद्र कश्यप 27 मई को जन्में बच्चे को अच्छी परवरिश देने के लिए ड्रग तस्करी के धंधे में शामिल हो गया। उसने बताया कि वह फल बेचकर या फिर मजदूरी करके मात्र 200 रुपए रोजाना कमा पाता था। बच्चे के जन्म के दौरान काफी रुपए भी खर्च हो गए थे। इसी के चलते उसने धंधे में शामिल होने का मन बना लिया लेकिन वह पहली बार में ही पकड़ा गया। उसकी मानें तो उसे नहीं पता था कि बैग में स्मैक है। हालांकि अब वह सभी तस्करों के नाम उजागर कर रहा है।

बिना वेरिफिकेशन किराएदार रखने पर फंसे

पुलिस पूछताछ में हरीश का नाम आने पर पुलिस ने सुभाषनगर स्थित हरीश के कमरे पर दबिश दी लेकिन वह पहले ही फरार हो गया था। घर पर उसकी पत्‍‌नी मौजूद थी। वह जिस मकान में रह रहा था उसके मकान मालिक ने उसका वेरिफिकेशन नहीं कराया था। वेडनसडे को मकान मालिक व उसकी पत्‍‌नी एसएसपी ऑफिस में पहुंचे और एसपी रूरल के सामने किराएदार का वेरिफिकेशन न कराने की गलती मानी। यही नहीं उन्होंने कहा कि उनका कोई रोल नहीं है। इसलिए उन्हें परेशान न किया जाए। उन्होंने हरीश की पत्‍‌नी को घर से निकलने नहीं दिया है। वह पुलिस की पूरी मदद करेंगे।