- दरगाह शाहदाना वली, कैंट स्थित हाथी खाना मस्जिद में कुल शरीफ

- अकीदत से अदा की कुल शरीफ की रस्म, मांगी अमन चैन की दुआ

BAREILLY:

ख्वाजा गरीब नवाज के चल रहे उर्स के अवसर पर संडे को कुल शरीफ की रस्म बरेली की कई दरगाहों और मस्जिदों में अदा हुई। दरगाह आला हजरत में दरगाह प्रमुख मोहम्मद सुब्हान रजा खां 'सुब्हानी मियां' की सरपरस्ती और सज्जादानशीन मौलाना मोहम्मद अहसन रजा की अध्यक्षता में सभी रस्म संपन्न हुई। मरकजे अहले सुन्नत दरगाह-ए-आलाहजरत पर उर्स-ए-ख्वाजा गरीब नवाज शानो शौकत के साथ मनाया गया।

सूफियाना रवायत से मना उर्स

कैंट रोड स्थित जंक्शन पर ख्वाजा के कुल शरीफ की रस्म सूफियाना रवायत से अदा हुई। मस्जिद हाथी खाना कैंट में मनाए गए कुल में सभी रस्म मस्जिद के इमाम की सरपरस्ती में सम्पन्न हुए। मौलाना ने गरीब नवाज की शान में सूफियाना कलाम पढ़कर नजराना-ए-अकीदत पेश किया। कहा 'जो तेरी दीद हो जाए, तो मेरी ईद हो जाए', कलाम पढ़ा। यहां इंतजामिया कमेटी के रजी मियां, मोहम्मद यासीन नियाजी, दरगाह के मुतवल्ली अनवर अहमद, मोहम्मद सैफ व अन्य मौजूद रहे।

मुल्क के अमन चैन की दुआ

दरगाह शाहदाना वली पर संडे को उर्स-ए-ख्वाजा गरीब नवाज बड़े ही अकीदत के साथ मनाया गया। फज्र की नमाज के बाद कुरआन ख्वानी हुई। इमाम मौलाना शुजात खान ने तकरीर की महफिल सजाई। मीडिया प्रभारी वसी अहमद वारसी ने बताया कि सुबह 10.30 बजे कुल शरीफ की रस्म अदा हुई, जिसमें मुल्क में अमन चैन और भाईचारे के लिए खुसूसी दुआ की गई। तबर्रुक तकसीम कर सबने विदा ली। यहां मोहम्मद अयाज कुरैशी, परवेज खान, हाजी अबरार खान, हाजी नईम वारसी व अन्य मौजूद रहे।