-स्टूडेंटस को मिले कम मा‌र्क्स

-स्टूडेंट्स ने लगाया लापरवाही का आरोप

BAREILLY: डिजर्टेशन (लघु शोध निबंधा) में कम मा‌र्क्स दिए जाने से स्टूडेंट्स के मा‌र्क्स का गणित बिगड़ गया। बीसीबी के एमए जियोग्राफी के स्टूडेंट्स ने अपने डिजर्टेशन के मूल्यांकन में घोर लापरवाही करने का आरोप लगाया है। उन्होंने एक्स्टर्नल पर कम मा‌र्क्स दिए जाने का आरोप लगाया है। जिस वजह से उनके टोटल मा‌र्क्स में काफी गिरावट आई है। स्टूडेंट्स का कहना है कि बाकी सभी थ्योरी सब्जेक्ट्स में काफी अच्छे मा‌र्क्स हैं। जबकि केवल डिजर्टेशन में कम मा‌र्क्स दिए गए हैं। इतने कम मा‌र्क्स कभी नहीं आते थे। स्टूडेंट्स ने इसकी कंप्लेन कॉलेज मैनेजमेंट से की है। जबकि कॉलेज मैनेजमेंट इसे अपने स्तर से परे मामला बता रहा है। अब स्टूडेंट्स यूनिवर्सिटी मैनेजमेंट से कंप्लेन कर जांच कराने की मांग करेंगे।

जनरल मार्किंग का आरोप

एमए जियोग्राफी सेकेंड ईयर के 24 स्टूडेंट्स ने डिजर्टेशन लिया था। इन सभी 24 स्टूडेंट्स ने कम मा‌र्क्स दिए जाने का आरोप लगाया है। डिजर्टेशन 100 मा‌र्क्स का होता है, जिसमें 50 मा‌र्क्स इंटर्नल और बाकी 50 मा‌र्क्स एक्स्टर्नल के हाथ में होता है। स्टूडेंट्स ने बताया कि किसी भी स्टूडेंट्स को 66 से ज्यादा मा‌र्क्स नहीं दिए गए हैं। जबकि डिजर्टेशन में हमेशा 80 या उससे ज्यादा ही मिलते हैं। स्टूडेंट्स का आरोप है कि जनरल मार्किंग की गई है। उन्होंने बताया कि इंटर्नल ने बेहतर मा‌र्क्स दिए हैं, जो एक्स्टर्नल आए थे। उन्होंने ही ख्ाराब मार्किंग की है।

गिर गई ओवरऑल परसेंटेज

स्टूडेंट्स का आरोप है कि इससे उनके ओवरऑल पर्सेटेज में भारी गिरावट दर्ज की गई है। वे 75 परसेंट तक या उससे ज्यादा एक्सपेक्ट कर रहे थे, लेकिन इससे काफी कम परसेंटेज आई है। थर्सडे को स्टूडेंट़्स ने कॉलेज के एग्जामिनेशन डिपार्टमेंट में इसकी कंप्लेन की, लेकिन कॉलेज ने अपने स्तर का मामला नहीं होने का बताया। स्टूडेंट्स को यूनिवर्सिटी मैनेजमेंट के समक्ष मामला उठाने की सलाह दी है।