-पीआरवी स्टाफ द्वारा चेकिंग के नाम पर वसूली की मिल रही थीं शिकायतें

-पब्लिक चेकिंग करने पर यूपी 100 में कर सकेगी शिकायत, शिकायत पर होगा एक्शन

BAREILLY: यूपी 100 यानि डायल 100 धीरे-धीरे अपने मकसद से भटकती जा रही है। इसमें तैनात पुलिसकर्मियों पर आए दिन चेकिंग के बहाने वसूली के आरोप लग रहे हैं। अब तो यूपी 100 में तैनात स्टाफ रास्ते में वाहन चालकों को भी चेकिंग के नाम पर रोकते हैं और फिर उनके पेपर न होने पर वसूली करते हैं। इस तरह की लगातार शिकायतें मिलने पर यूपी 100 से साफ कर दिया गया है कि यूपी 100 स्टाफ व्हीकल चेकिंग के लिए ऑथराइज्ड नहीं है। यदि कोई स्टाफ चेकिंग करता है तो उसके खिलाफ शिकायत मिलने पर एक्शन ि1लया जाएगा।

कई बार लग चुके हैं आरोप

यूपी 100 को शुरू हुए 100 दिन से अधिक हो गए हैं। यूपी 100 में तैनात पुलिसकर्मियों को किसी भी सूचना पर मौके पर पहुंचना होता है और शुरुआती हेल्प मुहैया करानी होती है, लेकिन इसमें तैनात पुलिसकर्मी खाली समय में दूसरे काम भी करने लगे हैं। बरेली की बात करें तो यूपी 100 के पुलिसकर्मियों पर लूट, अवैध खनन वालों से वसूली, पशु तस्करों से वसूली समेत कई आरोप लग चुके हैं। पुलिस अधिकारियों द्वारा कई बार निर्देश दिए गए हैं कि वसूली की शिकायत मिलने पर यूपी 100 के खिलाफ एक्शन लिया जाएगा, लेकिन कई पुलिसकर्मी सुधरने का नाम ही नहीं ले रहे हैं।

रोड पर करते हैं चेकिंग

मौजूदा समय में देखने में आया कि कई पीआरवी स्टाफ प्वाइंट से इधर-उधर रोड किनारे खड़े हो जाते हैं। इसके बाद वे किसी भी व्हीकल को रोक लेते हैं और उससे चेकिंग के नाम पर पेपर मांगते हैं। कुछ देर इधर-उधर की बातें करने के बाद पेपर न होने पर रुपए लेते हैं और छोड़ देते हैं। जबकि यदि चेकिंग होगी तो फिर चालान भी काटना होगा। जबकि यूपी 100 की पीआरवी के पास चालान बुक ही नहीं होती है। बार-बार मिल रही शिकायतों के बाद ही यूपी 100 ने ट्विटर अकाउंट पर साफ-साफ लिखा है कि यूपी 100 व्हीकल को वाहन चेकिंग का अधिकार नहीं है। यदि ऐसा हो रहा है तो पब्लिक ट्विटर अकाउंट पर शिकायत कर सकती है।