ज्यादा बिजली कटौती से बढ़ी डीजल की खपत, हेड ऑफिस ने देने से किया इनकार

डीजल नहीं मिला तो ठप पड़ जाएंगे बीएसएनएल के 234 बीटीएस, सर्विस हो जाएगी बेपटरी

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BAREILLY:

बीएसएनएल कंज्यूमर्स के लिए बुरी खबर है। यदि, इसी तरह बिजली कटौती होती रही तो ऑन रहने के बाद भी कंज्यूमर्स का मोबाइल फोन 'स्चिव ऑफ' रहेगा। दरअसल, बिजली कटौती के चलते डिस्ट्रिक्ट के बीटीएस पर डीजल की खपत ज्यादा बढ़ गई है। जबकि वेस्ट यूपी के बीएसएनएल हेड ऑफिस ने ज्यादा डीजल देने से इनकार कर दिया है। ऐसे में बीटीएस को डीजल नहीं मिला और बिजली कटौती इसी तरह जारी रही तो बीएसएनएल कंज्यूमर्स को बहुत दिक्कत होनी वाली है।

बढ़ गई है डीजल की खपत

बता दें कि डिस्ट्रिक्ट में बीएसएनएल टोटल 234 बीटीएस हैं। इनमें 3जी के 94 और 2जी के 140 बीटीएस हैं। मेरठ हेड ऑफिस प्रति बीटीएस को हर महीने 300 लीटर डीजल सप्लाई करता है। इस हिसाब से 234 बीटीएस को 70200 लीटर जलता है, लेकिन पिछले कुछ समय से जमकर हो रही बिजली कटौती ने डीजल की खपत बढ़ गई है। मौजूदा वक्त में 11700 लीटर डीजल की एक्स्ट्रा डिमांड बढ़ने बढ़ गई है। जबकि हेड ऑफिस ने साफ कर दिया है कि ज्यादा डीजल नहीं मिलेगा।

हो सकते हैं बीटीएस ठप

सोर्सेज की मानें तो, दो दिन पहले मेरठ ऑफिस अधिकारियों ज्यादा डीजल खपत पर नाराजगी जताई और अधिकारियों को डीजल एक्स्ट्रा खपत पर रोक लगाने की बात कही है। बता दें कि जिले के कई बीटीएस डीजल के अभाव से जूझ रहे हैं। रही सही कसर वहां पर तैनात कर्मचारी पूरी कर दें रहे हैं। टॉवर से हो रही तेल की चोरी एक अलग ही समस्या उत्पन्न कर रही है। ऐसे में डीजल की कमी के चलते विभाग के बीटीएस किसी भी समय बंद हो सकते हैं। इससे बीएसएनएल सर्विस बेपटरी हो जाएगी।

बैटरी बैकअप नहीं दे रहा साथ

बिजली इतनी नहीं मिल रही है कि बीटीएस की बैटरी फुल चार्ज हो सके। ग्रामीण इलाके के टॉवर की तो और खराब स्थिति है। 3-4 घंटे मिल रही लाइट से बैटरी चार्ज ही नहीं हो पा रही है। ऐसे में पूरा समय जनरेटर पर ही विभाग को डिपेंड रहना पड़ता है, लेकिन अब डीजल की कमी ने एक अलग ही समस्या खड़ी कर दे रही है। अधिकारियों को तो यहां तक कहना है कि कांटीन्यू जनरेटर भी नहीं चला सकते हैं क्योंकि, उसके भी फुंकने की संभावना है।

बिजली कटौती ज्यादा होने से डीजल की खपत बढ़ गई है। उच्चाधिकारियों ने डीजल की खपत को मेंटेन करने का निर्देश दिया है।

मणि राम, सीनियर मैनेजर, बीएसएनएल