-दवा दिलाने के बहाने लेकर गया वार्ड की ओर

-परिजनों के तलाशने पर मिली हॉस्पिटल में मिली

BAREILLY: डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में इलाज कराने जा रहे हैं तो होशियार हो जाएं। क्योंकि यहां लुटेरों का गैंग घूम रहा है। यह गैंग मरीजों की मदद के बहाने उन्हें हॉस्पिटल के सुनसान एरिया में लेकर जाते हैं और फिर नशा देकर उनकी ज्वैलरी और रुपए लेकर फरार हो जाते हैं। वेडनसडे को भी डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में एक महिला को नशा देकर लूट लिया गया। काफी तलाशने के बाद महिला बेहोशी की हालत में वार्ड में एडमिट मिली। हालत गंभीर होने पर परिजनों ने उसे मिलिट्री हॉस्पिटल में एडमिट कराया है। पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली हैं। हॉस्पिटल के सीसीटीवी खराब हैं, इसका दोष हॉस्पिटल प्रशासन बंदरों पर मढ़ रहा है।

पुलिस चौकी के सामने वारदात

भरतौल कैंट निवासी प्रदीप कुमार की मां और बहन 13 जून को डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल इलाज कराने गई थीं। दोनों को अलग-अलग डॉक्टर को दिखाना था। उनकी मां हॉस्पिटल में बनी पुलिस चौकी के सामने खड़ी थीं, कि तभी एक युवक वहां पहुंचा और पूछा कि माता जी क्या काम है। उन्होंने दवाई लेने के बारे में कहा तो उसने कहा कि आइए मैं दवाई दिला देता हूं। उसके बाद वह उन्हें इमरजेंसी वार्ड की ओर लेकर चला गया।

वार्ड में मिली बेहोश

प्रदीप ने बताया कि जब बहन ने दवाई ले ली तो मां की तलाश शुरू की, लेकिन मां का कहीं कुछ पता नहीं चला। बहन ने पुलिस चौकी में जाकर बताया तो एक लेडी कॉन्स्टेबल ने कुछ देर तलाश की लेकिन मां का कुछ पता नहीं चला। बहन के सूचना देने पर वह भी हॉस्पिटल पहुंचे और मां की तलाश की। उसके बाद वह चौकी में गए लेकिन तब किसी ने कोई सहयोग नहीं किया। उसके बाद उन्होंने चौकी इंचार्ज को सूचना दी। काफी देर बाद मां हॉस्पिटल के वार्ड 1 में एडमिट मिलीं। उन्हें किसी अज्ञात ने एडमिट कराया था। उनके कान में पहनी हुई ज्वैलरी, पायल गायब थी। प्रदीप ने मां से लूट का आरोप किसी वार्ड ब्वॉय पर जताया है। उनका कहना है नशा देने वाला वार्ड ब्वॉय के ड्रेस में था।

सीसीटीवी कैमरे खराब, बंदरों को दोष

पुलिस ने जब सीसीटीवी फुटेज देखना चाही तो पता चला कि जिस जगह से युवक महिला को लेकर गया था, तो वहां का कैमरा ही टूटा हुआ था। इसके अलावा भी हॉस्पिटल के कैमरे सिर्फ दिखावे के लिए लगे हुए हैं। हॉस्पिटल प्रशासन बंदरों पर दोष मढ़ रहा है। हॉस्पिटल में पुलिस चौकी तो खुल गई है, लेकिन चोर-लुटेरों को कोई भी डर नहीं है। जबकि बच्चा चोरी, घरों में चोरी, महिलाओं को नशा देकर लूट, हॉस्पिटल में मारपीट व अन्य क्राइम के चलते पुलिस चौकी खोली गई है और सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे।

डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में पहले भी हो चुकी हैं वारदातें

-22 फरवरी को चटवारा निवासी कमलेश यादव को नशा देकर लूट लिया गया था। वह बर्न वार्ड के पास बेहोश मिली थीं

-29 मार्च 2017 को जगतपुर की महिला टीका लगवाने गई थी, उसे हॉस्पिटल कर्मचारी बताकर नशा देकर लूट लिया था

-डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में ही एक महिला को तंत्र-मंत्र का डर दिखाकर उसके कुंडल उतरवा लिए थे लेकिन वारदात का खुलासा नहीं

-कोतवाली एरिया की एक महिला को भी झाड़-फूंक का डर दिखाकर लूटा गया था, जिसमें एक संदिग्ध भी पकड़ा गया था।

हॉस्पिटल में नशा देकर लूट की मुझे जानकारी नहीं है। बंदरों ने सीसीटीवी कैमरों के तार तोड़ दिए हैं। इन्हें जल्द ठीक कराया दिया जाएगा।

केएस गुप्ता, सीएमएस