एनआईसीयू में लगी मशीन, ट्रेंड स्टाफ नही, सीएमएस से ट्रेंनिंग की मांग

क्चन्क्त्रश्वढ्ढरुरुङ्घ:

डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल के बच्चा वार्ड में नियोनेटल 'रखा' होने की सुविधा मंडे से शुरू हो गई है। मंडे दोपहर को वार्ड के एनआईसीयू में नियोनेटल वेंटिलेटर मशीन को इंस्टॉल कर दिया गया। हालांकि मशीन इंस्टॉल होने के बावजूद वार्ड में नवजात के लिए इस मशीन से इलाज की सुविधा शुरू होने की उम्मीद नजर नहीं आ रही है। वजह, नियोनेटल वेंटिलेटर मशीन से नवजात बच्चों के इलाज व निगरानी के लिए ट्रेंड डॉक्टर व स्टाफ हॉस्पिटल में नहीं है। इससे वेंटिलेटर मुहैया होने के बावजूद इसका फायदा नवजात शिशुओं की जान बचाने में नहीं हो पाएगा। जल्द ही ट्रेंड स्टाफ व डॉक्टर के उपलब्ध न होने से कई साल की मांग के बाद डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल को मिले पहली वेंटिलेटर मशीन के सफेद हाथी ही साबित होने की भी आशंका है।

वार्ड ने खड़े किए हाथ

इंटरनेशनल शायर व एमएलसी वसीम बरेलवी की विधायक निधि से डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल को अपने 150 साल से भी ज्यादा पुराने इतिहास में पहला वेंटिलेटर मिल सका है। मंडे को एजेंसी की टेक्निकल टीम ने एनआईसीयू में नियोनेटल वेंटिलेटर मशीन को इंस्टॉल किया। मशीन के साथ ही पंप मशीन भी एनआईसीयू को मुहैया की गई है। वहीं मंडे दोपहर एनआईसीयू में पहले से मौजूद वॉर्मर मशीनों की भी सफाई की गई। वेंटिलेटर मशीन मिलने की खुशी के बीच इसे इलाज के लिए शुरू करने में बच्चा वार्ड के डॉक्टर्स व स्टाफ नर्स ने हाथ खड़े कर दिए है। मंडे को वार्ड की ओर से सीएमएस डॉ। केएस गुप्ता को लेटर भेजकर ट्रेंनिंग कराए जाने की मांग की है।